विनेश फोगाट की अपील: पैरिस ओलंपिक 2024 में अयोग्यता पर लाइव अपडेट्स
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट, जिनकी योग्यता को महिलाओं के 53 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया था, ने पैरिस में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील दर्ज की है। यह अपिल उनकी अयोग्यता के खिलाफ की गई है, जिसमें उन्हें उनके सिंगलेट पर विवादित डिजाइन के कारण अयोग्य घोषित किया गया था। यह घटना भारतीय खेल समुदाय में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुकी है और भारतीय दल ने भी इस फैसले के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज किया है।
सुबह के आरंभिक घंटे से ही अदालती सुनवाई शुरू हो गई थी और दिन भर जारी रहने की संभावना है। इस सुनवाई में दोनों पक्षों के वकील अपनी-अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं। एक तरफ यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के प्रतिनिधि अपने मूल फैसले के पक्ष में दलील दे रहे हैं, तो दूसरी ओर विनेश फोगाट की कानूनी टीम उनकी पुनर्स्थापना के लिए अपने मामले को मजबूती से पेश कर रही है।
भारतीय दल इस अपील को लेकर काफी आशान्वित है। उनका मानना है कि कई ऐसे उदाहरण हैं जिनमें इस तरह के विवादास्पद अयोग्यता के फैसले को बदला गया है। उनके अनुसार, विनेश का उपकरण इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन (UWW) द्वारा पहले ही मंजूर किया गया था, इसलिए उन्हें अयोग्य ठहराना अनुचित है।
विनेश फोगाट का विश्वास
विनेश फोगाट ने भी अपने मामले में पूरी आत्मविश्वास जताई है और कहा है कि न्याय जरूर मिलेगा। वह मानती हैं कि उनकी अपील सच्चाई पर आधारित है और निष्पक्षता से निर्णय लिया जाएगा। फोगाट के प्रशंसक और समर्थक भी इस फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि यह फैसला न केवल उनकी ओलंपिक यात्रा बल्कि भारतीय कुश्ती के भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है।
सुनवाई में अभी तक जो तर्क प्रस्तुत किए गए हैं, उनमें UWW के प्रतिनिधि अपनी दलीलों में कह रहे हैं कि सिंगलेट की डिजाइन को लेकर उनके मानकों का उल्लंघन हुआ है। जबकि फोगाट की कानूनी टीम का कहना है कि यह सिंगलेट पहले से ही मंजूर की जा चुकी थी और इसमें कोई अनुचितता नहीं है।
भारतीय खेल समुदाय की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले ने भारतीय खेल समुदाय को झकझोर दिया है। महत्वपूर्ण यह है कि फोगाट भारतीयु कुश्ती के एक अहम चेहरे हैं और उनके साथ अन्याय होने पर उनके फैंस को गहरा आघात पहुंचा है। भारतीय कुश्ती संघ ने भी इस मामले में अपनी ओर से हर संभव समर्थन देने का वादा किया है और न्याय पाने की आशा व्यक्त की है।
फोगाट के पिछले प्रदर्शन और उनकी दृढ़ता को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि वह भारतीय कुश्ती की शान हैं। उनकी unwavering भावना और सफलता की जो दास्तां है, वह न केवल उन्हें बल्कि नए खिलाड़ियों को भी प्रेरित करती है।
आखिरी फैसला कब आएगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन यह निश्चित है कि यह एक महत्वपूर्ण निर्णय होने जा रहा है। दिन के अंत तक उम्मीद की जा रही है कि CAS उनका फैसला सुना देगा और इसके बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि VINESH PHOGAT का OLMPIC सफर जारी रहेगा या नहीं।