सुरक्षा – ताज़ा खबरें और आसान टिप्स

आपने शायद देखा होगा कि हाल ही में कई बड़े इवेंट्स पर पुलिस ने अतिरिक्त कदम उठाए हैं। चाहे वह स्वतंत्रता दिवस की पेरेड हो या शहरों में बढ़ते ड्रोन खतरे, सुरक्षा अब हर जगह बात बन गई है। इस लेख में हम उन बदलावों को आसान शब्दों में समझेंगे और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में खुद को सुरक्षित रखने के कुछ सरल उपाय भी बताएंगे।

देश में बड़े इवेंट्स पर नई सुरक्षा व्यवस्था

2025 का स्वतंत्रता दिवस दिल्ली में सबसे हाई‑टेक सुरक्षा देखी गई। पुलिस ने 10,000 से अधिक जवानों को तैनात किया, एंटी‑ड्रोन सिस्टम लगा दिया और सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे लगाकर हर कोने की निगरानी शुरू कर दी। रेड फोर्ट जैसे संवेदनशील इलाकों पर भी अतिरिक्त गश्त रखी गई। इससे न सिर्फ़ संभावित हमले रोके जा सके, बल्कि किसी भी असामान्य गतिविधि का तुरंत पता चल जाता है।

ड्रोन बैन की बात करें तो कई शहरों में अब ड्रोन उड़ाने पर कड़ी पाबंदी लगाई गई है। एंटी‑ड्रोन जासूसियों ने अनधिकृत उड़ानों को पकड़ा और उन्हें रोक दिया। इससे बड़े इवेंट्स में हवा से होने वाले खतरों का जोखिम बहुत कम हो गया है।

व्यक्तिगत सुरक्षा के सरल कदम

जब सरकार बड़ी स्तर पर सुरक्षा बढ़ा रही है, तो हमें भी अपने छोटे‑छोटे कामों में सतर्क रहना चाहिए। सबसे पहला काम – अपना मोबाइल और लैपटॉप हमेशा पासवर्ड या फिंगरप्रिंट से सुरक्षित रखें। साइबर हमले अक्सर कमजोर पासवर्ड से शुरू होते हैं, इसलिए दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन लगाना एक अच्छी आदत है।

बाहर निकलते समय अपनी वैल्यूएबल चीज़ों को आँखों के सामने न रखें और भीड़ वाले स्थानों में अपने बैग को हमेशा बंद रखें। अगर किसी अजनबी ने आपका सामान छुआ तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, क्योंकि चोरी का अधिकांश हिस्सा जल्दी पहचान कर रोक सकता है।

ड्रोन से जुड़े खतरे को समझें: यदि आप बड़े इवेंट्स या सरकारी क्षेत्रों के पास हैं तो ड्रोन देखे जाने पर उसे टैप न करें, बल्कि सुरक्षा कर्मियों को बताएं। अनधिकृत ड्रोन अक्सर निगरानी या दुष्प्रयोग के लिए उपयोग होते हैं और उन्हें हटाना प्रोफेशनल का काम है।

अंत में, अगर आप किसी भी प्रकार की धमकी या असामान्य स्थिति देखते हैं – चाहे वह शोर हो, अनजान लोग इकट्ठा हों या कोई अजीब आवाज़ सुनाई दे – तुरंत स्थानीय पुलिस को कॉल करें। छोटी-छोटी रिपोर्टें बड़ी सुरक्षा सुधारों का कारण बनती हैं।

समझदारी से काम लें और सरकार की नई तकनीकों के साथ चलें। तभी हम सभी मिलकर अपने देश को सुरक्षित बना पाएंगे।

महिलाओं की संख्या में अग्रणी देश: मोलडोवा सबसे आगे, सुरक्षा और लिंग संबंधी स्थिति पर नजर

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मोलडोवा में महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है, यहां 54% महिलाएँ हैं, जबकि लातविया, आर्मेनिया और रूस भी पीछे नहीं हैं। पुरुषों के पलायन और जीवन प्रत्याशा के अंतर जैसी वजहें इस असमानता को बढ़ाती हैं। पश्चिमी यूरोप और पूर्व सोवियत संघ के देशों में यह असामनता अधिक नजर आती है। वहीं, कतर में सबसे कम महिला जनसंख्या है जिसका कारण पुरुषों का बाहरी श्रम बल है।

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