शुभ मुहूर्त क्या है? आज का शुभ समय जानें
जब आप कोई नया काम शुरू करने की सोचते हैं, तो अक्सर पूछते हैं – "क्या यह सही समय है?" इस सवाल का जवाब हिंदुस्तानी पंचांग में मिल जाता है। वही है शुभ मुहूर्त, वह छोटा‑छोटा खिड़की जैसा जहाँ ग्रहों की स्थिति आपके काम को सफल बना देती है। इसे समझना आसान नहीं लगता, पर असल में यह सिर्फ सूर्य और चंद्र के कुछ विशेष कोणों का खेल है।
शुभ मुहूरत के मुख्य तत्व
पहला तत्व है त्रिकोण – जब सूर्य, शनि या बृहस्पति एक‑दूसरे से 120 डिग्री पर होते हैं तो वह समय लाभकारी माना जाता है। दूसरा है अवधि जैसे कि दिन में सुबह के पहले दो घंटे (भोर) और शाम को पाँच से सात बजे के बीच, जहाँ ऊर्जा सबसे साफ़ रहती है। तीसरा तत्व है तिथि, यानी कैलेंडर की वह तारीख जब विशेष नक्षत्र चल रहा हो – अक्सर चंदन या अष्टमी जैसे दिन शुभ माने जाते हैं। ये तीनों मिलकर तय करते हैं कि आपका नया प्रोजेक्ट, शादी या कोई बड़ा फैसला कब लेना चाहिए।
आज के प्रमुख शुभ मुहूरत
आज 27 अगस्त है और पंचांग में सूर्य कुम्भ राशि में है, जबकि चंद्रमा सिंह नक्षत्र पर स्थित है। इस संयोजन से दो मुख्य समय निकलते हैं:
- सुबह 06:15 – 08:45: यह बृहस्पति के साथ त्रिकोण बनाता है, इसलिए नई नौकरी या पढ़ाई शुरू करने में फायदा रहेगा।
- शाम 17:30 – 19:00: शनि का सकारात्मक प्रभाव यहाँ दिखता है; घर में कोई बड़ी मरम्मत या निवेश की योजना इस समय पर रखें।
इन घंटों को याद रखकर आप छोटे‑छोटे निर्णयों से बड़े परिणाम पा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे, शुभ मुहूरत केवल समय नहीं, बल्कि आपके इरादे और मेहनत का भी साथ चाहिए। अगर दिल से करना चाहते हैं तो परिणाम ज़्यादा बेहतर मिलेंगे।
अगर आप रोज़मर्रा की जिंदगी में इस पद्धति को अपनाना चाहते हैं, तो पहले एक सरल कैलेंडर बनाएं जिसमें हर दिन के दो‑तीन संभावित समय लिखे हों। फिर जब भी कोई नया काम आए, उस लिस्ट से सबसे निकट का शुभ समय चुनें। इससे न सिर्फ आपका मन शांति पाएगा बल्कि निर्णयों में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
शुभ मुहूर्त को फॉलो करने के पीछे एक बड़ा फ़ायदा है – यह आपको अपने दिन की योजना बनाने में मदद करता है, जिससे टाइम मैनेजमेंट आसान हो जाता है। कई लोग बताते हैं कि जब उन्होंने इस पद्धति अपनाई तो काम में देरी कम हुई और तनाव घटा।
अंत में इतना ही कहूँगा: अगर आप किसी बड़े कदम पर सोच रहे हैं, चाहे वह शादी का बंधन हो या व्यापार की नई शाखा, तो एक बार पंचांग देखिए और ऊपर बताए गए समयों को ध्यान में रखिए। छोटी‑छोटी चीज़ें अक्सर बड़ी सफलता देती हैं, बस सही समय चुनना जरूरी है।

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