शरद पूर्णिमा – क्या है और क्यों मनाते हैं?
शरद पूर्णिमा हिंदू कैलेंडर में एक खास दिन है, जब सूरज क्षितिज से सीधे नीचे उतरता है और रात पूरी तरह से उजली होती है। इस दिन को कई लोग ‘अन्नकूट’ या ‘विष्णु पूजा’ भी कहते हैं। अगर आप अभी तक नहीं जानते कि यह त्यौहार कैसे मनाया जाता है, तो पढ़िए आगे की जानकारी, इससे आपको अपने रिवाज़ों में मदद मिलेगी।
पारम्परिक रिवाज़ और त्योहारी रीति‑रिवाज
शरद पूर्णिमा पर सबसे पहले घर में साफ‑सफाई करनी चाहिए। फिर पूजा के लिए एक छोटी सी मंडल बनाते हैं, जिसमें कलश, रोशनी की दीपक, चंदन और तुलसी के पत्ते रखे जाते हैं। प्रमुख रिवाज़ है तिलक लगाना – काले तिल का सेवन, गाजर‑भजिया या फलाहारी व्यंजन तैयार करना। कई परिवार इस दिन को ‘विष्णु अन्नकूट’ कहकर विशेष भोजन से मनाते हैं और दान‑धर्म भी करते हैं।
अगर आप शहर में रहते हैं तो मंदिर के साथ जुड़ी रात्रि पूजा देख सकते हैं। अक्सर मंदिरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन और कथा होते हैं जो शरद पौराणिक कहानियों को जीवंत बनाते हैं। इस अवसर पर लोग अपने बड़ों को उपहार देते हैं और बच्चों को मिठाई बाँटते हैं – यह एक सामुदायिक भावना को भी बढ़ाता है।
शरद पूर्णिमा से जुड़ी नवीनतम खबरें
हमारी वेबसाइट पर इस टैग के तहत कई ताज़ा लेख उपलब्ध हैं, जो आपको आज की घटनाओं और रिवाज़ों की जानकारी देंगे। उदाहरण के तौर पर:
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- Zakir Khan शो: टीरपी फ्लॉप, Sony TV ने शोरूम बंद किया – मनोरंजन अपडेट
- Independence Day 2025: दिल्ली में हाई‑टेक सुरक्षा, ड्रोन बैन – राष्ट्रीय खबर
इन लेखों को पढ़कर आप न केवल शरद पूर्णिमा के रिवाज़ समझ पाएंगे बल्कि देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों से भी अपडेट रहेंगे। हर पोस्ट में छोटा सार, मुख्य शब्द और विस्तृत विवरण दिया गया है, जिससे आपका समय बचता है।
यदि आप इस त्यौहार को सही तरीके से मनाना चाहते हैं तो नीचे दी गई चेक‑लिस्ट मदद करेगी:
- घर की साफ‑सफाई और पूजा का स्थान तैयार करना
- तिलक, फल‑भोजन और दान के लिए सामग्री एकत्रित करना
- स्थानीय मंदिर या सामुदायिक कार्यक्रम में भाग लेना
- परिवार के साथ मिलकर कथा सुनना या भजन गाना
- पुस्तकों या हमारे लेखों से शरद पौराणिक कहानियों को पढ़ना
इन आसान कदमों से आप शरद पूर्णिमा को यादगार बना सकते हैं। हमारी साइट पर और भी कई लेख उपलब्ध हैं, जो इस त्यौहार की विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाते हैं – जैसे कि तिलक के स्वास्थ्य लाभ, अन्नकूट व्यंजनों की रेसिपी, और स्थानीय मंदिरों में विशेष पूजा‑समारोह।
तो देर किस बात की? आज ही हमारी शरद पूर्णिमा टैग पेज खोलें, पढ़ें और अपने परिवार के साथ इस पावन रात को ख़ास बनाएं।

शरद पूर्णिमा 2024: तारीख, शुभ मुहूर्त और चाँदनी में खीर रखने का महत्व
शरद पूर्णिमा एक प्रमुख हिंदू पर्व है जिसमें अश्विन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष 2024 में शरद पूर्णिमा की सही तारीख को लेकर भ्रम बढ़ा है। डॉ. मृृत्युंजय तिवारी के अनुसार, उडया तिथि से इसकी पुष्टि होती है। शरद पूर्णिमा के दिन खीर को चांदनी में रखने की परंपरा से जुड़ी विशेष मान्यताओं का भी विवरण इस लेख में दिया गया है।
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