पंचांग – तिथि, मुहूर्त और त्यौहारों की पूरी जानकारी

जब हम पंचांग, एक विस्तृत भारतीय कैलेंडर है जो तिथि, नक्षत्र, योग और मुहूर्त को दर्शाता है. इसे हिंदू कैलेंडर भी कहा जाता है, और यह धार्मिक कार्यों, शादियों और वैधता के निर्णयों में मुख्य मार्गदर्शक बनता है. हर साल की तिथि‑विषयक जानकारी यहाँ मिलती है, जिससे आप अपने दैनिक जीवन में सही समय चुन सकें।

पंचांग से जुड़े मुख्य तत्व

पंचांग तीन बड़े भागों में बंटा है – तिथि, महिने का दिन जो चंद्र कैलेंडर के अनुसार बदलता है. तिथि का निर्धारण सूर्योदय, चंद्रमा की स्थिति और पारायण के आधार पर किया जाता है। अगला महत्वपूर्ण घटक मुहूर्त, एक विशेष समय जिसे शुभ माना जाता है और कई कार्यों के लिए चुना जाता है. मुहूर्त तय करने के लिए पंचांग में लिखी गई तिथि, नक्षत्र, योग और वह दिन का देवता देखी जाती है। इस तरह पंचांग तिथि को दर्शाता है, तिथि धार्मिक उत्सव निर्धारित करती है; और मुहूर्त इस तिथि से निकाला जाता है।

तीसरे बड़े हिस्से में नक्षत्र, योग और पँचांग का खगोल‑वैज्ञानिक आधार है। पंचांग को सही बनाये रखने के लिए खगोल डेटाबेस, सौर‑चंद्र गति डेटा और ऐतिहासिक अभिलेखों की जरूरत होती है। इसलिए पंचांग को खगोल विज्ञान डेटा चाहिए – यह एक स्पष्ट संबंध है। इसी कारण विभिन्न एससीएसटी (Saka calendar) और ग्रेगोरियन कैलेंडर के बीच समायोजन किया जाता है, जिससे हर वर्ष के त्योहार सही तिथियों पर पड़ें।

जब आप किसी त्यौहार की तिथि देखना चाहते हैं, तो सबसे पहले पंचांग में उस महीने का नक्षत्र देखिए। उदाहरण के तौर पर, अहोई अष्टमी 2025 की तिथि 13 अक्टूबर है और उसके अनुसार मुहूर्त शाम 5:53‑7:08 तक है। इस तरह आप अपनी धार्मिक विधि को सही समय पर कर सकते हैं। इसी तरह, चैत्र नवरात्रि 2025 का पहला दिन शैलपुत्री की पूजा के साथ सुबह का शुभ घड़ी होता है; पंचांग इस दिन का विवरण देता है, जिससे व्यवस्थित पूजा संभव होती है।

पंचांग न सिर्फ धार्मिक कार्यों में मदद करता है, बल्कि दैनिक जीवन के छोटे‑छोटे फैसलों में भी उपयोगी है। अगर आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग या आयुर्वेदिक उपचार तय कर रहे हैं, तो पंचांग में देख सकते हैं कि कौन-सा काल आपके लिए अनुकूल है। कई लोग अपने जन्म कूँडली (जन्म कुंडली) के आधार पर पंचांग में शुद्ध समय चुनते हैं। यह भी एक संबंध है – राशिफल पंचांग से प्रभावित होता है। राशिफल में बताई गई प्रवृत्तियों को पंचांग के तिथि‑समय के साथ मिलाकर आप अपने कार्यों की सफलता की संभावना बढ़ा सकते हैं।

आजकल डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर भी पंचांग उपलब्ध है। कई वेबसाइटें और मोबाइल ऐप्स हर दिन की तिथियाँ, मुहूर्त और नक्षत्र दिखाते हैं। यह जानकारी आपके फोन में एक ही क्लिक में मिलती है, जिससे आप जैसे ही कोई विशेष कार्य करना चाहते हैं, तुरंत सही समय देख सकते हैं। लेकिन याद रखें – सटीकता के लिए विश्वसनीय स्रोत से डेटा लेना ज़रूरी है, क्योंकि अलग‑अलग पंचांग में थोड़ी‑बहुत वैरिएशन हो सकती है।

यदि आप किसी विशेष त्यौहार या पूजा के लिए तैयार हो रहे हैं, तो नीचे दी गई लेख सूची में आपको तिथि‑विवरण, पूजा‑विधि और शुभ मुहूर्त की पूरी जानकारी मिलेगी। चाहे वह अहोई अष्टमी हो, चैत्र नवरात्रि हो, या किसी राष्ट्रीय कार्यक्रम की तिथि हो, इस पंचांग‑संबंधी संग्रह में हर जानकारी सटीक रूप से प्रस्तुत है। इन पोस्टों को पढ़कर आप अपने धार्मिक एवं सांस्कृतिक कैलेंडर को आसान बना सकते हैं और सही समय पर उचित कार्य कर सकते हैं।

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