जाने-माने राजनीतिक रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में विजय हासिल करेगी। एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में किशोर ने अपना विश्वास व्यक्त किया कि केंद्र में वर्तमान भाजपा प्रशासन के प्रति कोई महत्वपूर्ण असंतोष नहीं है और किसी विकल्प की कोई मजबूत इच्छा नहीं है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि भाजपा 2019 के अपने 303 सीटों के आंकड़े के करीब या उससे भी अधिक सीटें हासिल कर सकती है। किशोर ने कहा कि अगर मौजूदा सरकार और उसके नेता के खिलाफ जनता में काफी गुस्सा है, तो ऐसी स्थिति में लोग बिना किसी व्यवहार्य विकल्प के भी उन्हें वोट देकर बाहर कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लोगों में कोई व्यापक गुस्सा नहीं दिखा है, सिर्फ निराशा और अधूरी आकांक्षाएं ही नजर आई हैं।
जब भाजपा के 370 सीटों और एनडीए के 400 से अधिक सीटों के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के बारे में पूछा गया, तो किशोर ने कहा कि अगर भाजपा 275 सीटें हासिल करने में कामयाब रहती है, तो उसके नेता सरकार बनाने से नहीं हिचकेंगे। यह भविष्यवाणी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस दावे के तुरंत बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार जाने वाली है और 4 जून को इंडिया ब्लॉक सत्ता में आएगा और देश को एक स्थिर सरकार देगा।
प्रशांत किशोर के अनुसार भाजपा की स्थिति मजबूत
प्रशांत किशोर का मानना है कि भाजपा की स्थिति 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार के खिलाफ जनता में कोई बड़ा आक्रोश या नाराजगी नहीं देखी गई है। हालांकि, कुछ मुद्दों पर लोगों में निराशा जरूर है, लेकिन यह इतनी ज्यादा नहीं है कि वे भाजपा को सत्ता से बाहर करने का मन बना लें।
किशोर ने कहा कि भाजपा का संगठन और प्रधानमंत्री मोदी का व्यक्तिगत करिश्मा अभी भी बरकरार है। उनके नेतृत्व में पार्टी एक मजबूत स्थिति में है। वहीं, विपक्षी दलों में अभी तक कोई ऐसा चेहरा या नेता सामने नहीं आया है, जो मोदी के सामने टक्कर ले सके। इससे भाजपा को फायदा मिल रहा है।
अरविंद केजरीवाल के दावे को किया खारिज
प्रशांत किशोर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस दावे को भी खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार अब जाने वाली है और इंडिया ब्लॉक 4 जून को सत्ता में आएगा। किशोर के अनुसार, केजरीवाल का यह दावा पूरी तरह से काल्पनिक और बेबुनियाद है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल भले ही इंडिया ब्लॉक के सबसे बड़े नेता हों, लेकिन उनकी पार्टी का जनाधार सिर्फ दिल्ली तक सीमित है। देश के अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी (आप) का खास प्रभाव नहीं दिखता। ऐसे में उनका यह दावा कि इंडिया ब्लॉक केंद्र में सरकार बनाएगा, हास्यास्पद लगता है।
विपक्षी एकता पर भी उठाए सवाल
प्रशांत किशोर ने विपक्षी एकता और इंडिया ब्लॉक की प्रभावशीलता पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा विरोधी दलों में अभी भी बहुत मतभेद हैं। उन्हें एक सूत्र में पिरोना आसान नहीं होगा। हर पार्टी के अपने-अपने एजेंडे और हित हैं, जिन्हें छोड़ना उनके लिए मुश्किल होगा।
इसके अलावा, विपक्षी दलों के बीच प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर भी सहमति नहीं बन पा रही है। कई क्षेत्रीय दलों के नेता खुद को पीएम की रेस में देख रहे हैं। ऐसे में विपक्ष का एकजुट होना और भाजपा को कड़ी टक्कर देना मुश्किल दिख रहा है।
निष्कर्ष
प्रशांत किशोर की यह भविष्यवाणी विपक्षी दलों के लिए एक बड़ा झटका है। एक ओर जहां विपक्ष भाजपा को घेरने और उसे सत्ता से बाहर करने का दावा कर रहा है, वहीं किशोर जैसे दिग्गज रणनीतिकार भाजपा की जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं। किशोर के इस बयान से विपक्ष की रणनीति पर सवाल खड़े हो सकते हैं। हालांकि, राजनीति में कुछ भी अंतिम नहीं होता और स्थितियां कभी भी पलट सकती हैं। ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या होगा, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी।
tejas cj
मई 23, 2024 AT 12:04swetha priyadarshni
मई 25, 2024 AT 05:23मैंने देखा है कि जब भी कोई नया नेता आता है, तो लोग उसे आशा के साथ देखते हैं, लेकिन जब वो भी वही करने लगता है, तो लोग फिर से बेचारे बन जाते हैं। क्या हम सिर्फ एक नेता के बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं? या हमें अपने सिस्टम को बदलना चाहिए?
मैं नहीं चाहती कि कोई बात बहुत ज्यादा अच्छी या बुरी लगे। बस एक बार अपने आप से पूछ लो कि आप क्या चाहते हैं? एक बड़ा नेता? या एक बड़ा बदलाव?
Shruti Singh
मई 25, 2024 AT 21:16Anupam Sharma
मई 27, 2024 AT 01:38himanshu shaw
मई 27, 2024 AT 15:56Payal Singh
मई 28, 2024 AT 13:50मैंने अपने गांव में एक छोटी सी शिक्षा अभियान शुरू किया है। बच्चों को सिखाती हूं कि वोट देना बस एक नाम लिखना नहीं है। ये एक जिम्मेदारी है। और ये जिम्मेदारी हमें अपने घर से शुरू करनी है।
Khaleel Ahmad
मई 29, 2024 AT 05:50avinash jedia
मई 30, 2024 AT 11:13Chandrasekhar Babu
मई 31, 2024 AT 22:28Raksha Kalwar
जून 1, 2024 AT 10:33Rashmi Primlani
जून 2, 2024 AT 07:32harsh raj
जून 3, 2024 AT 04:51मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा जब बड़ा हो, तो कहे कि पिताजी तो बस ट्वीट करते रहे।
Kunal Sharma
जून 4, 2024 AT 06:50Liny Chandran Koonakkanpully
जून 5, 2024 AT 19:52Pooja Mishra
जून 6, 2024 AT 19:56