14 मुकाबले, 11 भारत के नाम—T20I में भारत-पाक राइवलरी की कहानी एक सख्त आंकड़े से शुरू होती है. सितंबर 2025 तक दोनों टीमों के बीच हुए T20 इंटरनेशनल में भारत ने 79% जीत दर्ज की है. यह सिर्फ स्कोरलाइन नहीं, दबाव के पलों में फैसले, सही बदलाव, और मैच की धार पकड़ लेने की कला का संकेत भी है. यही वजह है कि India vs Pakistan T20I आज भी दुनिया की सबसे तीखी और सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली भिड़ंत बनी हुई है.
हेड-टू-हेड: कौन आगे, कब और कैसे
कुल तस्वीर साफ है—14 T20I में भारत 11-3 से आगे. इनमें आठ भिड़ंत T20 वर्ल्ड कप में हुईं, चार एशिया कप में और 2012 में भारत में एक द्विपक्षीय दो-मैच की सीरीज़ भी खेली गई. 2007 के शुरुआती वर्ल्ड टी20 में भारत ने ग्रुप मैच में बॉल-आउट से जीत दर्ज की और फिर जोहान्सबर्ग में फाइनल भी अपने नाम किया. इस जीत ने इस फॉर्मेट में भारत की मनोवैज्ञानिक बढ़त की नींव रख दी.
2012 में दोनों ने भारत में दो मैच खेले—अहमदाबाद में भारत 192/5 तक गया और 11 रन से जीता, जबकि बैंगलोर में पाकिस्तान ने 5 विकेट से बाज़ी पलट दी. 2016 में बदला हुआ एशिया कप (T20 फॉर्मेट) मीरपुर में खेला गया—भारत ने पाकिस्तान को 83 पर समेटकर 5 विकेट से जीत ली. पांच साल बाद 2021 में दुबई की रात पाकिस्तान ने 10 विकेट से जीतकर कहानी में नया मोड़ जोड़ा—बाबर और रिज़वान ने बिना विकेट गंवाए लक्ष्य हासिल किया और भारत की वर्ल्ड कप में लंबी जीत लय तोड़ दी.
2022 में दो यादगार एशिया कप मैच—ग्रुप में भारत ने 5 विकेट से जीत हासिल की, लेकिन सुपर-फोर में पाकिस्तान ने 5 विकेट से बदला चुकाया. इसके बाद मेलबर्न के भरे स्टेडियम में विराट कोहली की 82* वाली रात आई—अंतिम ओवरों का असंभव सा लगने वाला चेज़, हार्दिक के साथ 113* की साझेदारी और आखिरी ओवर तक टिके रहने का सबक. 2024 में न्यूयॉर्क की मुश्किल पिच पर भारत ने 119 जैसे छोटे स्कोर की भी रक्षा की—यह बताने के लिए कि इस राइवलरी में 160-170 ही नहीं, 120 के मैच भी नाखून चबाने वाले होते हैं. और 2025 एशिया कप (दुबई) में 7 विकेट की जीत के साथ भारत ने अंतर को और चौड़ा कर दिया.
- कुल T20I: 14 (भारत 11, पाकिस्तान 3)
- वर्ल्ड कप भिड़ंत: 8 (2007 फाइनल सहित)
- एशिया कप (T20 फॉर्मेट): 4—अपडेटेड रिकॉर्ड भारत 3-1 से आगे
- द्विपक्षीय T20I सीरीज़: 2012 (भारत में) – 1-1 बँटी
कहां खेल हुआ, इससे नतीजों का पैटर्न भी समझ आता है. दुबई में ओस और सिक्के का टॉस अक्सर पीछा करने वाली टीम के पक्ष में रहता है—2021 में पाकिस्तान, 2022 के सुपर-फोर में पाकिस्तान और 2022 के ग्रुप मैच में भारत ने इसका फायदा लिया. मेलबर्न में बड़े बॉउंड्री और उछाल ने क्लासिक टेस्ट ऑफ स्किल बनाया—विराट के गगनचुंबी शॉट और ग्राउंड पर बुद्धिमान रनिंग दोनों साथ दिखे. न्यूयॉर्क की ड्रॉप-इन पिच ने 2024 में गोलंदाज़ी को केंद्र में ला दिया—लाइन-लेंथ, हार्ड लेंथ और कसी हुई फील्डिंग ने स्कोरकार्ड को 90 के दशक जैसा बना दिया.
अब टीम टोटल की बात. भारत का पाकिस्तान के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर 192/5 (अहमदाबाद, 2012) है—यह अब तक दोनों टीमों के बीच सबसे ऊंचा टीम टोटल है. पाकिस्तान का सर्वश्रेष्ठ 182/5 (दुबई, 2022 एशिया कप, सुपर-फोर) रहा. सबसे नीचे? पाकिस्तान 2016 में 83 पर सिमटा, वहीं भारत 2024 न्यूयॉर्क में 119 तक ही जा सका. यानी रनों की बारिश और गिरते किले—दोनों तस्वीरें इस राइवलरी में बराबर दिखती हैं.
चेज़िंग बनाम डिफेंडिंग भी दिलचस्प है. दुबई में टारगेट चेज़ करना आसान लगा, पर न्यूयॉर्क में 120 भी मुश्किल साबित हुआ. भारत की बढ़त की असल वजह सिर्फ टॉस किस्मत नहीं, बल्कि मध्य ओवरों में काबू और डेथ में एक-दो बड़ा ओवर निकाल लेने की आदत है. पाकिस्तान की ताकत—टॉप-ऑर्डर का ढांचा और नई गेंद से तेज़ धार—कई मैचों में तस्वीर पलटती दिखी है.
स्टार परफॉर्मर, बड़े रिकॉर्ड और मैच-टर्निंग पल
विराट कोहली इस कहानी के सबसे बड़े बल्लेबाज़ हैं—भारत-पाक T20I में 492 रन, वो भी प्रेशर-कुकर वाली रातों में. 2022 मेलबर्न की 82* रन की पारी उनकी कला का पोस्टर बन गई है—खासकर हारिस रऊफ पर खेले गए वो दो शॉट, जिनकी चर्चा अब भी हर स्टेडियम में सुनाई देती है. पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिज़वान 228 रन के साथ सबसे आगे हैं—एंकर की भूमिका और शॉट-सेलेक्शन से उन्होंने 2021 दुबई वाली ऐतिहासिक जीत को स्क्रिप्ट किया.
गेंदबाज़ी में भारत के हार्दिक पंड्या 13 विकेट के साथ सबसे सफल रहे—2016 में 3/8, 2022 में एशिया कप और वर्ल्ड कप में नई-पुरानी गेंद से लगातार स्ट्राइक, और 2024 न्यूयॉर्क में अहम ब्रेकथ्रू. पाकिस्तान के लिए उमर गुल 11 विकेट के साथ टॉप पर हैं—यॉर्कर और बैक-ऑफ-लेंथ की पुरानी स्कूल वाली मास्टरक्लास. बेस्ट फिगर्स की बात करें तो मोहम्मद आसिफ के 4/18 (2007) आज भी बेंचमार्क हैं, जबकि भारत के लिए हार्दिक के 3/8 (2016) ने लो-स्कोरिंग मैच में टोन सेट कर दिया था.
- टॉप स्कोरर: विराट कोहली (492), पाकिस्तान—मोहम्मद रिज़वान (228)
- सबसे ज़्यादा विकेट: हार्दिक पंड्या (13), पाकिस्तान—उमर गुल (11)
- बेस्ट फिगर्स: मोहम्मद आसिफ 4/18 (2007), भारत—हार्दिक 3/8 (2016)
- हाईएस्ट टीम टोटल: भारत 192/5 (अहमदाबाद, 2012), पाकिस्तान 182/5 (दुबई, 2022)
- लोएस्ट टीम टोटल: पाकिस्तान 83 (मीरपुर, 2016), भारत 119 (न्यूयॉर्क, 2024)
कुछ साझेदारियां इस राइवलरी का चेहरा बन गई हैं. 2021 दुबई में बाबर-रिज़वान की 152* रन की ओपनिंग स्टैंड ने मैच को एकतरफ़ा बना दिया. 2022 मेलबर्न में विराट-हार्दिक की 113* रन की पार्टनरशिप ने असंभव जैसे लक्ष्य को संभव किया. यह सिर्फ रन नहीं, रफ्तार, रिस्क और स्ट्रोक-सेलेक्शन का सटीक मिश्रण था—जहां एक छोर टिकता रहा और दूसरा मौके पर वार करता रहा.
पावरप्ले बनाम डेथ ओवर्स—यह भी इस राइवलरी की धड़कन है. 2021 में पावरप्ले में शाहीन अफरीदी की तीन प्रहार (रोहित, राहुल और विराट के खिलाफ शुरुआती दबाव) ने भारत की संरचना हिला दी. 2022 में एशिया कप के ग्रुप मैच में भुवनेश्वर कुमार की शुरुआती स्विंग (4/26) ने पाकिस्तान की लाइन-अप को रोक दिया. मेलबर्न 2022 में डेथ ओवर्स में भारत ने 12-18 ओवर के बीच जोखिम उठाया और आख़िरी दो ओवरों में मैच मोड़ा—क्लच मोमेंट में बड़े शॉट, कम मिसहिट.
एशिया कप की खास गिनती अलग से. 2016 मीरपुर—भारत 5 विकेट से जीता. 2022—ग्रुप मैच भारत ने 5 विकेट से, सुपर-फोर में पाकिस्तान 5 विकेट से. 2025 दुबई—भारत 7 विकेट से. कुल मिलाकर एशिया कप T20I में अब भारत 3-1 से आगे है. यह स्कोरलाइन बताती है कि न्यूट्रल वेन्यू पर भी भारत का संयम और बेंच-डेप्थ अक्सर निर्णायक साबित हुए हैं.
कप्तानी और मैच-अप्स भी फर्क डालते हैं. एम. एस. धोनी ने 2007 और 2012 में शांत दिमाग से मैच पढ़े—बोलिंग बदलाव और फील्ड सेटिंग से रन-फ़्लो रोका. रोहित शर्मा की कप्तानी में 2022-24 के दौर में मैच-अप्स (लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन, स्पिन बनाम स्ट्राइकर्स) और फ्लेक्सिबल बैटिंग ऑर्डर दिखा. बाबर आज़म ने 2021 में टॉस, टेम्पो और पार्टनरशिप—तीनों को नियंत्रण में रखा. रिज़वान के साथ उनकी समझ ने पीछा करना आसान कर दिया.
ग्राउंड और पिच का असर? दुबई में ओस के चलते दूसरी पारी में गेंद गीली होती है, जिससे स्लोअर वन और स्पिन की पकड़ ढीली पड़ती है—यही वजह है कि चेज़ सफल दिखे. मेलबर्न में बाउंस और बड़ी बॉउंड्री ने पेस-ऑफ गेंदों और ग्राउंड शॉट्स की अहमियत बढ़ा दी. न्यूयॉर्क में स्टिकी सरफेस पर हार्ड लेंथ और हिट-द-डेक गेंदबाज़ खतरनाक साबित हुए—रन बनाना नहीं, विकेट बचाना पहली शर्त बन गई.
फील्डिंग इन मैचों में अक्सर छुपा हुआ नायक रही है. 2024 न्यूयॉर्क में भारत ने 120 से कम का स्कोर भी इसलिए बचाया क्योंकि बाउंड्री बचीं, कैच नहीं छूटे और सिंगल-डबल का दबाव बनाए रखा. दूसरी ओर, 2022 सुपर-फोर में पाकिस्तान ने आख़िरी ओवरों में बाउंड्री निकालकर इंडियन डेथ प्लान को तोड़ा—यानी छोटे-छोटे पलों की श्रृंखला से मैच दिशा बदलता है.
स्ट्रैटेजी की बात करें तो भारत का बैलेंस—टॉप-ऑर्डर का क्लास, मिडिल में फिनिशर्स और गेंदबाज़ी में तीन पेसर + ऑलराउंडर—इसी ने 79% जीत दर की बुनियाद रखी. पाकिस्तान की खासियत—उच्च-गति वाली नई गेंद, विकेट-टू-विकेट स्पेल और टॉप-ऑर्डर की पार्टनरशिप. जब शाहीन, नसीम, रऊफ जैसी त्रिकोणीय गति एक साथ क्लिक करती है, तो बड़े-बड़े बैटिंग ऑर्डर अटकते हैं. यही वजह है कि 2021 जैसी जीतें भी इस राइवलरी की धारा बदल सकती हैं.
कुछ और ठोस पड़ावों पर नज़र:
- 2007: समूह मैच में बॉल-आउट और फाइनल—दोनों में भारत का पलड़ा भारी.
- 2012: अहमदाबाद में भारत 192/5 के साथ ऊंचाई पर, बैंगलोर में पाकिस्तान की वापसी.
- 2016: मीरपुर में पाकिस्तान 83 पर—लो-स्कोरिंग मास्टरक्लास में भारत की स्मार्ट चेस.
- 2021: दुबई में पाकिस्तान की 10 विकेट से ऐतिहासिक जीत—स्क्रिप्ट रिवर्स.
- 2022: एशिया कप 1-1, वर्ल्ड कप में MCG की विराट-हार्दिक कथा.
- 2024: न्यूयॉर्क में भारत 119 की रक्षा—लाइन-लेंथ और फील्डिंग की जीत.
- 2025: दुबई में भारत 7 विकेट से—एशिया कप T20I रिकॉर्ड 3-1.
आंकड़ों की व्याख्या भी ज़रूरी है. भारत का हाईएस्ट टोटल 192/5 और पाकिस्तान का 182/5 बताता है कि दोनों टीमों के पास पावर हिटिंग और लंबी पार्टनरशिप की क्षमता है. लेकिन भारत की खास बढ़त यह है कि वह 140-160 जैसे ग्रे-ज़ोन स्कोर में भी मैच को दबाव से नियंत्रित कर लेता है—ओवर 7-15 के बीच विकेट नहीं देता, और 16-20 में एक बड़ा ओवर निकाल लेता है. पाकिस्तान के लिए सबक साफ है—पावरप्ले में 45-50, मिड ओवर्स में 1-2 सेट बैटर और डेथ में 12+ का एक ओवर—तभी रफ्तार बनी रहेगी.
खिलाड़ियों की प्रोफाइलिंग में भी अंतर दिखता है. भारत के पास ऐसे मल्टी-स्किल खिलाड़ी हैं जो प्लेइंग इलेवन का संतुलन नहीं बिगाड़ते—हार्दिक जैसा ऑलराउंडर या ऐसे पेसर जो डेथ में भी ओवर दे सकें. पाकिस्तान के पास रॉ पेस और स्विंग का बेजोड़ मिश्रण है—जो दिन मिला, वह मैच विरोधी के हाथ से निकलता है. यही X-फैक्टर इस राइवलरी को ‘किसी भी दिन, किसी भी टीम’ वाला बनाता है.
आगे क्या? जहां भी अगली भिड़ंत होगी, तीन बिंदु तय समझिए—पहला, नई गेंद पर शुरुआती 2-3 ओवर बिना नुकसान; दूसरा, 7-12 ओवर में स्पिन/पेस-ऑफ के खिलाफ स्ट्राइक रोटेशन; तीसरा, 18-20 में मैच-अप के हिसाब से लक्ष्य तय शॉट. इस फॉर्मेट में एक ओवर 12 गेंदों जैसा असर डाल देता है—यही वजह है कि इस राइवलरी में 5 रन का अंतर भी अख़बार की सुर्खी बन जाता है.
इस पूरे परिदृश्य का सार यह है कि नंबर भारत की बढ़त दिखाते हैं, पर मैच उस टीम का है जो आख़िरी 30 गेंदों में बेहतर फैसले ले. 2007 का बॉल-आउट, 2021 की 10 विकेट वाली जीत, 2022 का MCG और 2024 न्यूयॉर्क—हर दौर में नया ट्विस्ट आया. इसलिए अगली बार जब दोनों टीमें आमने-सामने हों, याद रखिए—तालिका भले एकतरफ़ा लगे, पर मैदान पर हर पल बमबारी बराबरी की है.
Arya Murthi
सितंबर 22, 2025 AT 09:36भारत की ये 79% जीत का आंकड़ा तो बस एक नंबर है, पर जब विराट ने मेलबर्न में आखिरी 20 गेंदों में जो शॉट लगाए, वो तो दिल को छू गए। ऐसे मैचों में आंकड़े नहीं, भावनाएं गिनी जाती हैं।
Manu Metan Lian
सितंबर 23, 2025 AT 11:53इस रिकॉर्ड को देखकर लगता है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत का जीतना कोई अजूबा नहीं, बल्कि एक अनिवार्यता है। लेकिन ये सब बस एक आंकड़ा है-जब तक हम टीम की नीतियों की गहराई नहीं समझेंगे, तब तक ये सब बस एक नाटक है।
Debakanta Singha
सितंबर 23, 2025 AT 17:13हार्दिक के 13 विकेट और बाबर-रिज़वान की 152* साझेदारी दोनों ही असली कहानियां हैं। भारत की जीत का राज़ सिर्फ बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं, बल्कि ओवर के बीच के फैसले में है। जो टीम धीमी गति से दबाव बनाए, वो जीतती है।
swetha priyadarshni
सितंबर 24, 2025 AT 09:51मुझे लगता है कि इस राइवलरी की सच्चाई यह है कि दोनों टीमें एक ही खेल खेलती हैं, लेकिन अलग तरीके से। भारत एक नियोजित युद्ध की तरह खेलता है-हर ओवर का एक लक्ष्य होता है। पाकिस्तान एक अनियमित बारिश की तरह-कभी बारिश होती है, कभी बर्फ। लेकिन जब बारिश होती है, तो वो बहुत भारी होती है। 2021 का दुबई मैच तो एक जादू था, जिसे बाद में दोहराया नहीं जा सका। लेकिन ये जादू भी एक तरह का विज्ञान है।
tejas cj
सितंबर 25, 2025 AT 15:13ये सब आंकड़े बकवास हैं। जब तक हम देखेंगे कि भारत के फील्डिंग कोच कितनी बार बोलते हैं, तब तक ये रिकॉर्ड बेकार है। पाकिस्तान जीतता है जब भारत अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करता है।
Chandrasekhar Babu
सितंबर 25, 2025 AT 20:46इस राइवलरी के डेटा सेट में एक असममित वितरण देखा जा सकता है-विराट के रन एक अतिशयोक्ति हैं, जबकि पाकिस्तान के टॉप-ऑर्डर का प्रदर्शन एक नियमित वितरण के अंतर्गत आता है। इसका अर्थ है कि भारत की जीत एक एकल अस्तित्व पर निर्भर है।
Pooja Mishra
सितंबर 27, 2025 AT 17:28ये सब खेल बस एक नाटक है। दोनों देशों के लोगों को अपने अहंकार के लिए खेल बनाया गया है। जब तक हम ये नहीं समझेंगे कि ये खेल हमारे दिमाग को विभाजित कर रहा है, तब तक हम अपने आप को नहीं बचा सकते।
Khaleel Ahmad
सितंबर 29, 2025 AT 04:11भारत जीतता है क्योंकि वो बार-बार बदलाव करता है। पाकिस्तान जीतता है क्योंकि वो एक ओवर में तीन विकेट ले लेता है। दोनों अलग हैं, लेकिन दोनों अच्छे हैं। इस राइवलरी में जीत या हार नहीं, बल्कि खेल का आनंद है।
Liny Chandran Koonakkanpully
सितंबर 30, 2025 AT 10:492021 में पाकिस्तान ने जो किया, वो धोखा था। भारत के खिलाफ ऐसा करना कोई बहाना नहीं, बल्कि दुश्मनी है। विराट के खिलाफ बाबर का खेल तो बस एक शाम का नाटक था।
Anupam Sharma
अक्तूबर 2, 2025 AT 02:40क्या ये सब आंकड़े वाकई सच हैं? या फिर हम सब एक बड़े से टीवी शो में फंसे हुए हैं? जब तक हम ये नहीं समझेंगे कि ये खेल हमारे दिमाग को कैसे बांधता है, तब तक हम बस एक बड़े बाजार के गुलाम हैं। लेकिन अगर भारत जीतता है, तो मैं भी जीतता हूं।
Payal Singh
अक्तूबर 3, 2025 AT 16:13हर एक ओवर, हर एक गेंद, हर एक रन-ये सब किसी के दिल को छू गया है। भारत की जीत ने कितने बच्चों को बल्ला उठाने का हौसला दिया? पाकिस्तान की जीत ने कितने युवाओं को गेंदबाजी के लिए प्रेरित किया? ये खेल बस एक खेल नहीं, ये तो एक जीवन है।
avinash jedia
अक्तूबर 5, 2025 AT 03:37ये सब बकवास है। भारत जीतता है क्योंकि पाकिस्तान अपने खिलाड़ियों को गलत तरीके से इस्तेमाल करता है। ये नहीं कि भारत बेहतर है, बल्कि पाकिस्तान गलत फैसले लेता है।
Shruti Singh
अक्तूबर 5, 2025 AT 13:17भारत की जीत का राज़ ये है कि हम अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं। हार्दिक, विराट, रोहित-ये लोग जीत के लिए लड़ते हैं। और ये जीत आपको भी जीतने का हौसला देती है।
Kunal Sharma
अक्तूबर 6, 2025 AT 07:18इस राइवलरी में जो बात बार-बार दोहराई जाती है, वो है-असंभव को संभव बनाना। भारत ने 119 की रक्षा की, पाकिस्तान ने 83 को नीचे गिराया। ये खेल नहीं, ये जादू है। जहां एक गेंद एक दिन बदल देती है, और एक शॉट एक नसीब बदल देता है। ये खेल बस एक खेल नहीं, ये तो एक दर्शन है।
Raksha Kalwar
अक्तूबर 8, 2025 AT 00:29भारत की जीत का रहस्य इस बात में छिपा है कि हम अपने खिलाड़ियों को विश्वास देते हैं। विराट के लिए अंतिम ओवर में जो शॉट लगाया गया, वो कोई भाग्य नहीं, बल्कि एक अभ्यास का परिणाम था। यही हमारी ताकत है।
himanshu shaw
अक्तूबर 8, 2025 AT 00:54ये सब आंकड़े बस एक धोखा है। भारत की जीत का राज़ ये है कि वो दुनिया के अन्य देशों को इस खेल में शामिल करने की कोशिश करता है। पाकिस्तान को बेवकूफ बनाया जा रहा है।
Rashmi Primlani
अक्तूबर 10, 2025 AT 00:41हर एक जीत, हर एक हार-ये सब किसी न किसी के दिल को छू गया है। भारत की जीत ने कितने बच्चों को आशा दी? पाकिस्तान की जीत ने कितने युवाओं को लड़ने का हौसला दिया? ये खेल बस एक खेल नहीं, ये तो एक जीवन है। और जब दो देश एक खेल में आते हैं, तो उनके बीच की दूरी भी एक ओवर में बदल जाती है।
harsh raj
अक्तूबर 10, 2025 AT 13:15भारत की जीत का राज़ ये नहीं कि वो बेहतर है, बल्कि वो अपने खिलाड़ियों को अपना बना लेता है। हार्दिक जैसा खिलाड़ी जो बल्ला और गेंद दोनों से खेल सके, वो एक अनोखा अवसर है। और जब ऐसा खिलाड़ी आता है, तो जीत भी आती है।