बरेली में पान मसाला कारोबारी पर इनकम टैक्स रेड: ताले तोड़े, कारोबारी की तबीयत बिगड़ी

बरेली में पान मसाला कारोबारी पर इनकम टैक्स रेड: ताले तोड़े, कारोबारी की तबीयत बिगड़ी

बरेली में इनकम टैक्स की बड़ी कार्रवाई

बरेली का माहौल सोमवार को अचानक गरमा गया, जब इनकम टैक्स विभाग की 15 सदस्यीय टीम शहर के एक चर्चित पान मसाला कारोबारी के घर और गोदाम पर पहुंच गई। अधिकारियों ने बिना देर किए मकान और गोदाम के मुख्य दरवाजों के ताले तोड़े और तलाश शुरू कर दी। स्थानीय लोगों की नजर जैसे ही इन गतिविधियों पर पड़ी, आसपास खलबली मच गई।

टीम का फोकस कारोबारी के वित्तीय दस्तावेज और अकाउंट बुक्स पर था। छापे का असली मकसद टैक्स चोरी और संदिग्ध लेन-देन का पता लगाना था। विभाग ने फिलहाल आरोपों की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन सीधे तौर पर मुनाफे के खेल में सरकारी हिस्सेदारी को छुपाने की आशंका जताई गई है। टीम ने हर फाइल, कम्प्यूटर सिस्टम और लॉजिस्टिक रसीद को बिना किसी बाहरी बाधा के देर रात तक खंगाला।

कारोबारी की तबीयत और पूरे यूपी में पान मसाला उद्योग पर दबाव

कारोबारी की तबीयत और पूरे यूपी में पान मसाला उद्योग पर दबाव

छापे के दौरान कारोबारी की तबीयत बिगड़ गई। सूत्रों के अनुसार, लगातार पूछताछ और गोदाम की तलाशी के दौरान वह पूरी तरह तनाव में दिखाई दिए। देर शाम डॉक्टर को बुलाना पड़ा, जिससे चर्चा तेज हो गई कि प्रशासनिक कार्रवाई के इन भारी दबावों का सीधा प्रभाव कारोबारियों की निजी जिंदगी पर भी पड़ रहा है।

अकेला यह छापा नहीं है। यूपी में बीते कुछ महीनों में पान मसाला कारोबारियों पर शिकंजा तेजी से कस रहा है। सबसे ताजा मामला गुरुग्राम का है, जहां ₹3 करोड़ की अवैध पान मसाला खेप पकड़ी गई थी। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के छापे में जब दो बड़े व्यापारियों ने जांच में बाधा डाली तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू हो गई।

यानी पान मसाला के कारोबार में टैक्स चोरी से लेकर, गुणवत्ता मानकों की अनदेखी और लॉजिस्टिक चैन में गड़बड़ी तक, प्रशासन अब किसी भी स्तर पर रियायत देने के मूड में नहीं है। छापेमारी और लगातार कानूनी कार्रवाइयों से यह संकेत साफ है कि अब बड़े नाम भी एजेंसियों की पकड़ से बाहर नहीं रहेंगे। बाजार में चर्चा है कि यह छापेमारी आगे और भी कारोबारियों पर सख्ती की शुरुआत हो सकती है।