अडानी समूह शेयरों में तेजी: निवेशकों को हुआ 1 लाख करोड़ रुपये का लाभ

अडानी समूह शेयरों में तेजी: निवेशकों को हुआ 1 लाख करोड़ रुपये का लाभ

अडानी समूह शेयरों में अचानक वृद्धि

नवंबर 27, 2024 का दिन उन निवेशकों के लिए बेहद शानदार साबित हुआ जो अडानी समूह के शेयरों में निवेश किए थे। यह समय ऐसा था जब बाजार में भारी उत्साह का माहौल देखा गया। अडानी समूह के प्रमुख शेयरों में इस अद्वितीय उछाल के कारण निवेशकों को भारी लाभ प्राप्त हुआ। यूएस डेपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DoJ) के द्वारा अडानी समूह पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत बताते हुए कंपनी ने स्थिति को स्पष्ट किया, जिसके चलते शेयरों में यह बढ़ोतरी हुई। लेकिन कंपनी ने स्वीकार किया कि इसके शीर्ष अधिकारी तीन अन्य आरोपों का सामना कर रहे हैं जिसमें प्रतिभूति और वायर फ्रॉड शामिल हैं।

शेयर बाजार में उछाल का कारण

इस उछाल का मुख्य कारण अडानी ग्रीन एनर्जी का बयान था, जिसमें DoJ के आरोपों को खारिज किया गया। इसके बाद बाजार में आत्मविश्वास लौटा और निवेशकों ने बढ़ चढ़कर खरीददारी की। इससे अडानी पावर और अडानी टोटल गैस की कीमतों में लगभग 20% तक की वृद्धि हुई, जबकि अन्य शेयरों जैसे अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन, और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की।

विशेषज्ञों की राय

मॉर्निंगस्टार इंडिया के हेड ऑफ रिसर्च, शरद अवस्थी का मानना है कि अडानी समूह की कई कंपनियां अब उन मूल्यांकन स्तरों पर ट्रेड कर रही हैं जो काफी आकर्षक माने जा सकते हैं। उन्होनें ACC और अडानी पोर्ट्स को खासी पसंद की जाने वाली कंपनियों के रूप में नामित किया, जिनके मूल्यांकन और व्यापारिक बुनियादी ढांचे मजबूत हैं। इसके अलावा, अडानी ग्रीन और अडानी ऊर्जा सॉल्यूशंस की दीर्घकालिक वृद्धि की संभावनाएं उज्ज्वल हैं और यह विकास दरें विशेषकर नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में दिखाई दे रही हैं।

हालांकि, अवस्थी ने भी चेतावनी दी है कि निवेशकों को इन अवसरों का लाभ उठाते समय जोखिमों का भी आकलन करना चाहिए और जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए। बाजार में अभी भी कुछ अनिश्चितताएँ बनी हुई हैं, जिनका ध्यान रखना आवश्यक है।

पिछले सप्ताह की कमियां

वास्तव में इस उछाल से पहले, पिछले सप्ताह अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 36% और 31% की भारी गिरावट दर्ज की गई थी। बाजार के इस भाग में निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ा था। इसके अलावा, समूह की अन्य कंपनियों के शेयरों में भी 10% से लेकर 24% तक की गिरावट देखने को मिली थी। इस गिरावट के बाद आने वाली तेजी ने निवेशकों के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं।

नवीनतम रणनीतियाँ

नवीनतम रणनीतियाँ

अडानी समूह इस समय कुछ नवीनतम रणनीतियों पर काम कर रहा है, जो आने वाले समय में कंपनी को स्थिरता प्रदान कर सकती हैं। जीवाश्म इंधनों से नवीकरणीय ऊर्जा में पदोन्नति, नए बाजारों में प्रवेश और व्यापारिक मॉडल में सुधार इन रणनीतियों का हिस्सा हैं। इसके साथ ही, कंपनी का ध्यान अपने वित्तीय ढांचे को मजबूत करने पर भी है। निवेशकों को यह देखना होगा कि इन रणनीतियों के परिणामस्वरूप कंपनी किस तरह से आगे बढ़ती है और क्या यह मौजूदा उच्चताओं को बनाए रख पाती है।

इस प्रकार की घटनाएँ हमें यह अहसास कराती हैं कि शेयर बाजार में कंपनियों के बयानों और उनके व्यापारिक निर्णयों का कितना प्रभाव पड़ता है। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है और सही जानकारी पर आधारित निर्णय लेने चाहिए।

20 Comments

  • Image placeholder

    avinash jedia

    नवंबर 28, 2024 AT 09:51
    ये सब बकवास है भाई, अडानी के शेयर उछले क्यों? क्योंकि सरकार ने फिर से उनके लिए रास्ता बना दिया। बाजार नहीं, राजनीति चल रही है।
  • Image placeholder

    Shruti Singh

    नवंबर 29, 2024 AT 12:20
    इस गिरावट से उठकर ये उछाल देखकर मेरा दिल धड़क रहा है! ये तो बस शुरुआत है, अगले 6 महीने में ये सब कंपनियां 2x या 3x हो जाएंगी। जो अभी खरीद रहा है, वो भाग्यशाली है!
  • Image placeholder

    Payal Singh

    नवंबर 30, 2024 AT 11:18
    हम सब इस बाजार में अलग-अलग रास्ते चल रहे हैं, लेकिन एक बात साझी है - हम सब उम्मीद कर रहे हैं। अडानी के शेयर बढ़ रहे हैं, लेकिन क्या हमने कभी उनके कर्मचारियों के बारे में सोचा? क्या उनकी तनख्वाह भी इतनी तेजी से बढ़ रही है?
  • Image placeholder

    Kunal Sharma

    दिसंबर 1, 2024 AT 00:13
    इस उछाल को देखकर मुझे लगता है कि बाजार का एक अजीब सा जादू है - जब कोई बड़ा नाम डूबता है, तो लोग उसे बचाने के लिए इतना पैसा लगा देते हैं जैसे वो किसी धर्म का प्रतीक हो। अडानी अब धर्म बन चुका है, और जो इसकी आलोचना करता है, उसे अब निर्वासित कर दिया जाता है।
  • Image placeholder

    Raksha Kalwar

    दिसंबर 2, 2024 AT 15:18
    निवेशकों को हमेशा बुनियादी बातों पर ध्यान देना चाहिए। अडानी ग्रीन की ऊर्जा उत्पादन क्षमता, अडानी पोर्ट्स का लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, और अडानी एंटरप्राइजेज का डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन - ये सब वास्तविक मूल्य हैं। बयान नहीं, नतीजे देखें।
  • Image placeholder

    himanshu shaw

    दिसंबर 2, 2024 AT 20:47
    DoJ के आरोप खारिज हुए? बिल्कुल नहीं। वो तो अभी तक जांच कर रहे हैं। ये बस एक ट्रिक है जिससे निवेशकों को भ्रमित किया जा रहा है। ये शेयर अगले हफ्ते गिरेंगे - और जो अभी खरीद रहे हैं, वो फंस जाएंगे।
  • Image placeholder

    Rashmi Primlani

    दिसंबर 4, 2024 AT 02:25
    मूल्यांकन और व्यापारिक बुनियादी ढांचे का विश्लेषण करना जरूरी है। अडानी ग्रीन के रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो में 120 GW की क्षमता है - यह भारत की कुल ऊर्जा आवश्यकता का लगभग 15% है। यह एक ऐतिहासिक रूपांतरण है।
  • Image placeholder

    harsh raj

    दिसंबर 4, 2024 AT 20:40
    मैंने पिछले सप्ताह इन शेयरों को बेच दिया था - और अब बहुत खेद हो रहा है। लेकिन ये बाजार तो ऐसा ही है, जिसने जो डरा था, वही अब लाभ दे रहा है। अगली बार थोड़ा और धैर्य रखूंगा।
  • Image placeholder

    Prakash chandra Damor

    दिसंबर 6, 2024 AT 10:40
    क्या ये सब असली है या फिर किसी ने बनाया है इसे कुछ लोग तो कहते हैं अडानी ने बाजार को फेक न्यूज से चलाया है
  • Image placeholder

    Rohit verma

    दिसंबर 7, 2024 AT 13:41
    हां भाई, ये उछाल देखकर मुझे लगा जैसे बारिश हुई हो! अगर आपने अभी खरीदा तो बहुत बढ़िया! अगर नहीं खरीदा तो अब भी देर नहीं हुई - बस धीरे-धीरे शुरू कर दो। ये एक ऐसा मौका है जो आपकी जिंदगी बदल सकता है 😊
  • Image placeholder

    Arya Murthi

    दिसंबर 8, 2024 AT 17:26
    मैं तो बस देख रहा हूं। जैसे एक बारिश के बाद नदी का बहाव बदल जाता है - ये भी बस एक बहाव है। जो डूबने वाला है, वो डूब जाएगा। जो तैरना जानता है, वो आगे बढ़ जाएगा।
  • Image placeholder

    Manu Metan Lian

    दिसंबर 10, 2024 AT 14:50
    इस तरह के उछाल को 'मार्केट फेक' कहना बहुत आम बात है। लेकिन अडानी समूह की बात अलग है - ये एक व्यापारिक असंगठितता का प्रतीक है। जो लोग इसमें निवेश कर रहे हैं, वे निवेश नहीं, भाग्य का अनुमान लगा रहे हैं।
  • Image placeholder

    Debakanta Singha

    दिसंबर 10, 2024 AT 20:08
    अगर आपके पास 50,000 रुपये हैं और आप अडानी ग्रीन में डाल दें, तो 6 महीने में वो 80,000 हो जाएंगे। ये नहीं कि आप बहुत बुद्धिमान हैं, बल्कि बाजार बहुत बुद्धिमान है। बस इतना ही।
  • Image placeholder

    swetha priyadarshni

    दिसंबर 11, 2024 AT 05:40
    इस उछाल के पीछे का वास्तविक कारण अमेरिकी निवेशकों का भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ता रुचि है। उन्होंने अडानी ग्रीन में 2.3 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। ये भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों की दुनिया भर में मान्यता है। हमारी ऊर्जा नीति अब वैश्विक स्तर पर देखी जा रही है।
  • Image placeholder

    tejas cj

    दिसंबर 11, 2024 AT 10:04
    अडानी ने भ्रष्टाचार का आरोप खारिज किया? तो क्या अब हम सब उनके लिए फूल बिखेरें? ये तो बस एक टेलीविजन अभिनय है। जिसने भी इस बारे में लिखा है, वो अडानी का फैं है।
  • Image placeholder

    Chandrasekhar Babu

    दिसंबर 12, 2024 AT 03:40
    एनर्जी ट्रांजिशन के दृष्टिकोण से, अडानी ग्रीन का 120 GW रिन्यूएबल पोर्टफोलियो एक नेट-जीरो ट्रांसफॉर्मेशन के लिए क्रिटिकल मास इफेक्ट बनाता है। यह एक स्ट्रक्चरल बुनियादी ढांचा है, न कि एक ट्रेडिंग ओपरेशन।
  • Image placeholder

    Pooja Mishra

    दिसंबर 13, 2024 AT 21:40
    क्या आप जानते हैं कि अडानी ने 2022 में भारत के सबसे बड़े जलवायु अपराधी को बनाया? उनके लिए जलवायु बदलाव एक बिजनेस ऑपर्चुनिटी है। और आप उनके शेयर खरीद रहे हैं? आपका निवेश आपके नैतिकता का प्रतिनिधित्व करता है।
  • Image placeholder

    Khaleel Ahmad

    दिसंबर 15, 2024 AT 04:11
    इस बारे में बहुत बात हो रही है लेकिन अगर आपके पास निवेश के लिए पैसा है तो इसे ले लो अगर नहीं है तो बस देखते रहो
  • Image placeholder

    Liny Chandran Koonakkanpully

    दिसंबर 15, 2024 AT 22:33
    अडानी ने अमेरिका के साथ गुप्त समझौता किया है। अब जो लोग इसे देख रहे हैं, वो सब बेवकूफ हैं। ये शेयर अगले हफ्ते 40% गिर जाएंगे। मैंने अपने दोस्त को बताया, उसने कहा तुम बहुत बुद्धिमान हो।
  • Image placeholder

    Anupam Sharma

    दिसंबर 16, 2024 AT 10:23
    ये सब बातें तो बहुत अच्छी हैं लेकिन अगर तुम्हारा पैसा बाजार में है तो तुम भी बहुत बुद्धिमान हो जाते हो... और अगर नहीं है तो तुम बेवकूफ। ये बाजार नहीं तो एक बड़ा धोखा है।

एक टिप्पणी लिखें