स्विगी आईपीओ सूचीकरण के संकेत: कमजोर जीएमपी से बुधवार को कमजोर लिस्टिंग की संभावना

स्विगी आईपीओ सूचीकरण के संकेत: कमजोर जीएमपी से बुधवार को कमजोर लिस्टिंग की संभावना

स्विगी आईपीओ के आवंटन की स्थिति और इसकी संभावनाएँ

स्विगी की शुरुआती सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की इश्यू समाप्त हो चुकी है और निवेशक अब बीएसई, एनएसई और इसके रजिस्ट्रर लिंक इंटाइम इंडिया के पोर्टल पर जाकर अपने आवंटन की स्थिति देख सकते हैं। स्विगी के आईपीओ ने जनता के लिए 6 नवंबर से 8 नवंबर के बीच सदस्यता हेतु आवेदन शुभारंभ किया था और इसे 3.59 गुना अधिक सदस्यता मिली, जो कुल 57.53 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन के रूप में भरी गई थी, जो 16.01 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी।

ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) का स्तर केवल 0.26% रहने के कारण इस सप्ताह बुधवार को कमजोर लिस्टिंग की आशंका व्यक्त की जा रही है। जबकि स्विगी के अनलिस्टेड शेयर 391 रुपये पर पिछले चार दिनों से ग्रे मार्केट में कारोबार कर रहे हैं, यह मात्र 1 रुपये अधिक है इसके आईपीओ मुद्दे की कीमत 390 रुपये से। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि स्विगी शेयर को बाजार में पहले दिन अपेक्षित लाभ नहीं मिलेगा और अलोट अधिकांश निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

स्विगी के लिए बाजार का स्वरूप

स्विगी के आईपीओ का श्रेणीबद्ध मूल्य बैंड 371 रुपये से 390 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। यह शेयर 13 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगा। उभरते और प्रतिस्पर्धात्मक दबावों के दौर में, अधिकतर निवेशकों विशेषकर गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) और खुदरा निवेशकों ने नकारात्मक नकदी प्रवाह व्यापार मॉडल समेत विभिन्न कारणों से दूरी बनाई रखी थी।

मेहता इक्विटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष(अनुसंधान) और शोध विश्लेषक प्रशांत तापसे के अनुसार स्विगी का अनुपातिक दृष्टिकोण अच्छा होने के बावजूद इसे अपेक्षा के अनुरूप प्रतिक्रिया नहीं मिली। लंबी अवधि के लिए केवल जोखिमभरा निवेशक स्विगी में निवेश कर सकते हैं, उन्हें मौजूदा अल्पावधि के उतार-चढ़ाव और क्षेत्रीय चुनौतियों का सचेत रूप से ध्यान देना चाहिए। जबकि वो निवेशक जो अभी तक अलोट नहीं हुए हैं, उन्हें कीमत की स्थिरता की प्रतीक्षा करने और उचित समय पर निवेश करने की सलाह दी जा रही है।

निवेशकों के लिए सलाह

आईपीओ में आवंटित निवेशकों को यह सलाह दी जा रही है कि वह लिस्टिंग लाभ की उम्मीद न करें और केवल जोखिम लेने वाले निवेशक ही इस क्षेत्र में दीर्घकालिक निवेश पर विचार करें। गैर-अलॉटमेंट निवेशकों को हमेशा की तरह प्रतीक्षा करनी चाहिए जिससे कि बाजार स्थिर हों और तब वह वर्तमान में बेहतर छूटों के साथ फिर से निवेश करने पर विचार करें। इस आधार पर, इस क्षेत्र में निवेश करने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए यह समय बहतरीं और सावधानीपूर्वक निर्णय लेने का है।