उप-कक्षीय उड़ान – क्या चाहिए और कैसे बचाएँ?

अगर आप विदेश यात्रा का सोच रहे हैं लेकिन बजट में नहीं चल रहा, तो उप‑कक्षीय फ्लाइट आपके लिए सही विकल्प है। ये वो शॉर्ट-हॉप रूट्स होते हैं जो भारत के बड़े शहरों को पड़ोसी देशों से जोड़ते हैं – दुबई, बांग्लादेश, नेपाल या म्यांमार जैसे गंतव्य। दूरी कम होने की वजह से टिकट भी अक्सर सस्ते मिलते हैं और समय भी बचता है.

सबसे पहले समझिए कि कौन‑से हवाई अड्डे सबसे ज़्यादा कनेक्शन देते हैं. दिल्ली (DEL), मुंबई (BOM) और बैंगलोर (BLR) हर दिन 10‑15 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट चलाते हैं। इन बड़े हब से आप थाईलैंड, सिंगापुर या शंघाई जैसे शहरों तक दो घंटे में पहुँच सकते हैं. छोटा एयरपोर्ट जैसे चेन्नई (MAA) या कोलकाता (CCU) भी अब कई नई रूट्स जोड़ रहे हैं, इसलिए अपनी यात्रा योजना बनाते समय दोनों विकल्प देखें.

बजट में टिकट बुक करने के 5 आसान तरीके

1. एयरलाइन की सेल टाइम पर फोकस करें – बहुत सी एशियन एयरलाइन्स हर महीने दो‑तीन बार फ्लैश सेल करती हैं, अक्सर सोमवार या मंगलवार को. इन दिनों अलर्ट सेट कर लें.

2. इंडिविजुअल सिटी पास देखें – अगर आप कई देशों का प्लान बना रहे हैं तो सिंगापुर एयरलाइन या एअर इंडिया की सिटी पास टारिफ़ काफी किफायती होती है.

3. ऑनलाइन बुकिंग ऐप्स में प्री‑सेल कोड डालें – कई बार आप के मोबाइल पर प्रोमो कोड मिल जाता है जो 10‑15% अतिरिक्त डिस्काउंट देता है.

4. लेवेज और बगेज़ को कस्टमाइज़ करें – अगर सिर्फ हैंड बैग की जरूरत है तो कम कीमत वाला फेयर चुनें, अतरिक्त चेक‑इन बैग के लिए बाद में पैकेज खरीदना सस्ता पड़ता है.

5. स्ट्राइक टाइम से एक हफ़्ता पहले बुक करें – बहुत सी रिसर्च बताती हैं कि 7‑10 दिन पहले बुकिंग करने पर कीमत औसत से 20% कम रहती है.

नई रूट्स और एयरलाइन अपडेट्स 2025

2025 में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. इंडिगो ने नई दिल्ली‑हनोई और मुंबई‑कोलंबो रूट लॉन्च करने का वादा किया है, जिससे दक्षिण एशिया के कनेक्शन बेहतर होंगे. साथ ही एयर एशिया भारत में अपनी फ़्लाइट संख्या दोगुनी कर रही है, इसलिए सिंगापुर या बाली के लिए टिकट जल्दी बिक रहे हैं.

अगर आप ट्रैवल एजेंसी से बुक कराते हैं तो पूछें कि क्या वे ‘डायरेक्ट‑बॉक्स ऑफिस’ ऑफर दे सकते हैं – इससे अक्सर एयरलाइन की आधिकारिक साइट से 5‑10% और बचत मिलती है. साथ ही, एअर इंडिया ने अपना नया ‘इको‑फ्लाइट’ प्रोग्राम शुरू किया है जिसमें इंधन-एफिशिएंट जेट्स के लिए अतिरिक्त डिस्काउंट दिया जाता है.

विज़ा की बात करें तो अधिकांश उप‑कक्षीय गंतव्य 30‑दिन का ई‑वीज़ा ऑन एरलाइन या eTA प्रोसेस देते हैं. इसका मतलब, आप फ्लाइट बुक करते ही ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं और यात्रा के पहले दिन तक वैध वीज़ा मिल जाता है.

आखिर में, सबसे बड़ा फायदा यही है कि उप‑कक्षीय उड़ान से आपका समय भी बचता है और नई जगहों की संस्कृति को जल्दी एक्सप्लोर करने का मौका मिलता है. बस सही टाइमिंग, एयरलाइन चुनें और ऊपर बताई टिप्स फॉलो करें – आप देखेंगे कि विदेश यात्रा अब महँगी नहीं रहेगी.

अग्निकुल ने अग्निबाण रॉकेट का सफल उप-कक्षीय टेस्ट उड़ान किया

अग्निकुल ने अग्निबाण रॉकेट का सफल उप-कक्षीय टेस्ट उड़ान किया

भारतीय निजी एयरोस्पेस निर्माता अग्निकुल कॉसमॉस ने अपना अग्निबाण रॉकेट का सफल उप-कक्षीय टेस्ट उड़ान पूरा किया। यह उड़ान इसरो के थुम्बा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन से 31 मई, 2024 को हुआ। यह कदम अग्निबाण लॉन्च व्हीकल के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुआ है।

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