अग्निकुल – भारत में ताज़ा आग समाचार

अगर आप रोज़ाना खबरों में आग या दुर्घटना देख रहे हैं तो इस पेज को ज़रूर देखें. यहाँ हम हर बड़े अग्निकुल की जानकारी जल्दी‑से‑जल्दी दे रहे हैं, ताकि आपको पता हो कि क्या हुआ, कहाँ हुआ और कौन‑सी सावधानियाँ अपनानी चाहिए.

हालिया प्रमुख घटनाएँ

पिछले कुछ हफ़्तों में कई शहरों में बड़ी‑बड़ी आग लगी. मेरठ में दो गुटों के बीच झड़प में पथराव और फायरिंग हुई, जिससे तीन लोग घायल हुए. दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस पर 10,000 पुलिसकर्मी एंटी‑ड्रोन सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों से सुरक्षा बढ़ा रहे थे, लेकिन कुछ हिस्सों में छोटे‑छोटे आग लगने की रिपोर्ट आई.

शिलॉन्ग के टीर लॉटरी में भी कई लोग जलते हुए देखे गये जब धुएँ उठे. इस तरह के इवेंट्स अक्सर अनियंत्रित आतिशबाज़ी या फॉल्टि इलेक्ट्रिक सर्किट कारण होते हैं. इन घटनाओं का असर सिर्फ नुकसान तक नहीं, बल्कि लोगों की सुरक्षा भावना पर भी पड़ता है.

उद्यमियों को भी आग से बचना होता है. बरेली में पान मसाला व्यापार पर टैक्स जांच के दौरान छापे हुए तो कई दुकानों में गैस सिलिंडर फट गए, जिससे धुएँ का बड़ा खतरा बना रहा. इस तरह की खबरें छोटे‑बड़े व्यवसायों दोनों को सतर्क करती हैं.

सुरक्षा और बचाव टिप्स

अगर आप घर या ऑफिस में रह रहे हैं तो कुछ बेसिक उपाय अपनाएँ: गैस सिलिंडर को सीधे धूप से दूर रखें, इलेक्ट्रिकल आउटलेट साफ़ रखें और ओवरलोडिंग न करें. आग लगते ही तुरंत अलार्म बजाएँ और 101 या 112 पर कॉल करके मदद माँगें.

भवन में एंटी‑ड्रोन सिस्टम या सायरन नहीं है तो भी आप खुद एक छोटा फायर एक्सटिंग्विशर रख सकते हैं. छोटे‑छोटे गैस लीकेज को रोकने के लिए नली और कनेक्शन की रेगुलर जांच कराएँ.

बचाव टीमों का समय पर पहुँचना बहुत ज़रूरी है. अगर आप किसी बड़े इवेंट या सार्वजनिक जगह में हों तो निकासी योजना से परिचित रहें, निकास दरवाज़े खुले रखें और भीड़ को शांत रखें.

आख़िर में यह याद रखें कि आग रोकने की जिम्मेदारी हर व्यक्ति पर है. छोटी‑सी लापरवाही बड़े नुकसान का कारण बन सकती है. इसलिए हमेशा सतर्क रहें, सही जानकारी रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करें.

अग्निकुल ने अग्निबाण रॉकेट का सफल उप-कक्षीय टेस्ट उड़ान किया

अग्निकुल ने अग्निबाण रॉकेट का सफल उप-कक्षीय टेस्ट उड़ान किया

भारतीय निजी एयरोस्पेस निर्माता अग्निकुल कॉसमॉस ने अपना अग्निबाण रॉकेट का सफल उप-कक्षीय टेस्ट उड़ान पूरा किया। यह उड़ान इसरो के थुम्बा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन से 31 मई, 2024 को हुआ। यह कदम अग्निबाण लॉन्च व्हीकल के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुआ है।

और पढ़ें