शार्दुल ठाकुर का नाम आईपीएल में भले ही इस बार नीलामी में नहीं उठा हो, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और प्रदर्शन से लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम में एक अहम जगह बना ली है। चोटिल मोहसिन खान की जगह अब ठाकुर टीम में खेलते नजर आएंगे। मोहसिन ने दिसंबर 2024 में विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान अपने घुटने की एसीएल चोट कर ली, जिससे वे पूरे सीजन के लिए बाहर हो गए हैं।
शार्दुल ठाकुर, जो 33 वर्ष के हैं, ने पहले भी विभिन्न टीमों के लिए खेलते हुए अपना प्रभाव छोड़ा है। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स, पंजाब किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी टीमों के लिए 95 आईपीएल मैच खेले हैं। हाल ही में, उन्होंने रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए 505 रन बनाए और 35 विकेट लिए, जो उनकी फिटनेस को दर्शाता है। यह प्रदर्शन उन्होंने पैर की सर्जरी के बाद वापसी करते हुए किया।
लखनऊ के लिए नई उम्मीद
लखनऊ सुपर जायंट्स ने ठाकुर को रजिस्टर अवेलेबल प्लेयर पूल से 2 करोड़ रुपये के बेस प्राइस पर खरीदा। उनकी अनुभव और प्रदर्शन के चलते टीम को खास उम्मीदें हैं। दिलचस्प बात यह है कि ठाकुर ने इस बीच एसेक्स के साथ काउंटी क्रिकेट के लिए भी करार किया था, लेकिन आईपीएल अवसर का पता चलते ही उन्होंने इस संबंध में एसेक्स को सूचना दे दी।
मोहसिन खान, हालांकि मौजूदा टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं, फिर भी टीम के समर्थन स्टाफ के साथ अपने रिहैबिलिटेशन को जारी रख रहे हैं। टीम के नए कप्तान ऋषभ पंत के नेतृत्व में लखनऊ सुपर जायंट्स अपनी पहली मैच 24 मार्च 2025 को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खेलेगी।
Prakash chandra Damor
मार्च 27, 2025 AT 13:58शार्दुल ठाकुर का रिटर्न अच्छा है पर मोहसिन खान की जगह लेने वाला असली टैलेंट है क्या ये सिर्फ बुरा भाग्य था या कुछ और
Rashmi Primlani
मार्च 28, 2025 AT 21:42शार्दुल ठाकुर का रिहैबिलिटेशन और रणजी ट्रॉफी में दिखाया गया प्रदर्शन एक असली प्रोफेशनल की निष्ठा का प्रतीक है। चोट के बाद वापसी का यह रास्ता किसी भी एथलीट के लिए प्रेरणादायक है। इस तरह की लगन को सलाम है।
Debakanta Singha
मार्च 29, 2025 AT 03:53मोहसिन खान की जगह शार्दुल को देना बिल्कुल सही फैसला है। शार्दुल का बैटिंग और बॉलिंग दोनों में योगदान अनोखा है। ये टीम के लिए एक बड़ा फायदा होगा।
Arya Murthi
मार्च 30, 2025 AT 08:58अगर शार्दुल ने एसेक्स के साथ करार तोड़ा तो वो असली क्रिकेट लवर है। भारत के लिए खेलने का इरादा दिखा दिया। इस तरह के खिलाड़ी टीम के लिए आत्मा होते हैं।
Manu Metan Lian
मार्च 31, 2025 AT 01:31यह सब बहुत अच्छा लग रहा है लेकिन क्या हम भूल रहे हैं कि आईपीएल एक बिजनेस है न कि एक सांस्कृतिक अभियान? शार्दुल को चुनने का कारण उनका प्रदर्शन नहीं बल्कि उनकी मार्केटेबिलिटी है।
harsh raj
अप्रैल 1, 2025 AT 01:03मोहसिन खान की चोट एक बड़ी हानि है लेकिन शार्दुल ठाकुर की वापसी टीम के लिए एक नया अवसर है। उनकी बॉलिंग और बैटिंग का कॉम्बिनेशन लखनऊ के लिए बहुत काम आएगा। उन्होंने रणजी में जो किया वो बस शुरुआत है।
इस टीम में ऋषभ पंत का नेतृत्व भी बहुत जरूरी है। वो अपनी एनर्जी से पूरी टीम को जोड़ सकते हैं। शार्दुल के साथ उनका केमिस्ट्री देखने लायक होगा।
इस बार का सीजन असली टेस्ट है। लखनऊ को अब तक का सबसे अच्छा सीजन खेलना है। शार्दुल की एक्सपीरियंस और रणजी में दिखाई गई फिटनेस दोनों को मिलाकर टीम को टॉप फोर तक ले जाने की क्षमता है।
ये सिर्फ एक खिलाड़ी का बदलाव नहीं है। ये टीम के डायनामिक्स का बदलाव है। अगर ये टीम अपने खिलाड़ियों को विश्वास देती है तो ये सीजन इतिहास बन सकता है।
हम अक्सर बाहरी चीजों पर ध्यान देते हैं। लेकिन असली ताकत तो अंदर से आती है। शार्दुल की लगन, उनकी लड़ाई, उनका दिमाग - ये सब टीम के लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है।
मैं उम्मीद करता हूं कि ये टीम बस जीतने के लिए नहीं बल्कि अपने खिलाड़ियों को अपना बनाने के लिए खेलेगी। शार्दुल का नाम अब बस एक खिलाड़ी का नाम नहीं बल्कि एक भावना बन गया है।
इस तरह के खिलाड़ी टीम को असली रूप देते हैं। वो बस रन नहीं बनाते वो इमोशन भी बनाते हैं।
अगर ये टीम अपने आंतरिक बल को समझ ले तो ये सीजन बहुत बड़ा हो सकता है। शार्दुल के लिए ये सिर्फ एक टीम नहीं बल्कि एक नया अध्याय है।
मैं इस टीम को जीतते देखना चाहता हूं। न सिर्फ बैटिंग या बॉलिंग के लिए बल्कि उनके दिल के लिए।
tejas cj
अप्रैल 1, 2025 AT 10:15शार्दुल ठाकुर ने एसेक्स छोड़ा तो अब वो भारत का ही बन गया यार ये टीम अभी तक कोई जीत नहीं हुई तो ये सब बकवास है
Rohit verma
अप्रैल 2, 2025 AT 06:47शार्दुल की वापसी बहुत अच्छी खबर है। उनकी मेहनत का फल मिल रहा है। जीत आएगी बस थोड़ा और विश्वास रखो। 💪
swetha priyadarshni
अप्रैल 4, 2025 AT 01:43शार्दुल ठाकुर के रिहैबिलिटेशन की कहानी में भारतीय क्रिकेट के गहरे सांस्कृतिक मूल्य छिपे हैं - लगन, सहनशीलता, और व्यक्तिगत बलिदान का संगम। उनका अनुभव न केवल टीम के लिए बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक जीवंत दृष्टांत है। उनके लिए वापसी सिर्फ एक खेल का अवसर नहीं, बल्कि एक आत्म-साक्षात्कार है। जब एक खिलाड़ी चोट के बाद भी अपनी भावनाओं को दबाकर खेलने के लिए तैयार होता है, तो वह एक व्यक्ति नहीं, एक आदर्श बन जाता है। इस तरह के खिलाड़ियों के साथ खेलने वाली टीम का मनोबल स्वयं एक जीत होता है।
मोहसिन खान की चोट एक व्यक्तिगत दुर्भाग्य है, लेकिन शार्दुल की वापसी एक सामूहिक विजय की ओर एक कदम है। भारतीय क्रिकेट की यह परंपरा - जहां चोट के बाद भी खिलाड़ी अपने खेल के प्रति वफादार रहते हैं - दुनिया के लिए एक प्रेरणा है। शार्दुल के लिए ये टीम एक नया घर है, और उनकी लगन इस घर को बनाने का आधार है।
ऋषभ पंत के नेतृत्व में यह टीम न केवल खेल बल्कि एक विचारधारा को दर्शा रही है - जहां अनुभव और युवा ऊर्जा का समन्वय होता है। शार्दुल के साथ पंत की टीम एक नई पीढ़ी के लिए एक नया मॉडल बन सकती है।
क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, यह एक जीवन दृष्टि है। शार्दुल के अनुभव से हमें सीखना चाहिए कि असफलता के बाद भी अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ना चाहिए। यही तो असली जीत है।
himanshu shaw
अप्रैल 6, 2025 AT 00:37ये सब बकवास है। शार्दुल का कोई बड़ा नाम नहीं है। ये सिर्फ एक और फेक हीरो है जिसे टीम ने बना दिया है।
harsh raj
अप्रैल 6, 2025 AT 04:22शार्दुल के लिए ये टीम एक नया घर है। उन्होंने जो दिखाया वो कोई एक मैच का जुनून नहीं, बल्कि सालों की मेहनत का नतीजा है। इस टीम को अगर वो जीत दिलाते हैं तो ये भारतीय क्रिकेट का एक नया अध्याय बन जाएगा।