ब्राइटन एंड होव ऑल्बियन को शनिवार को एमेक्स स्टेडियम में चेल्सी के हाथों 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। मैच के अंतिम क्षणों में डैनी वेलबेक ने गोल दागकर अपनी टीम को हार से बचाने की कोशिश जरूर की, लेकिन वह नाकाम रहे।
मैच की शुरुआत तेज गति से हुई और ऑल्बियन के प्रशंसकों ने स्टेडियम में शानदार माहौल बनाया। पहले हाफ में चेल्सी के कोल पाल्मर ने अपने सीजन का 22वां गोल दागकर अपनी टीम को बढ़त दिलाई। दूसरे हाफ में चेल्सी के सबस्टीट्यूट खिलाड़ी क्रिस्टोफर नकुंकु ने गोल कर स्कोर 2-0 कर दिया।
हालांकि, ऑल्बियन ने हार नहीं मानी और लगातार आक्रमण करते रहे। इसी दौरान रेफरी माइकल सैलिसबरी ने वीएआर की मदद से दो अहम फैसले लिए। पहला, उन्होंने ऑल्बियन के खिलाफ दिए गए पेनल्टी को रद्द कर दिया। दूसरा, चेल्सी के रीस जेम्स को फाउल के कारण लाल कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया।
मैच के इंजरी टाइम में वेलबेक ने एक शानदार गोल दागा, लेकिन वह भी टीम को हार से नहीं बचा पाया। अंत में स्कोर 2-1 से चेल्सी की जीत के साथ मैच का समापन हुआ।
इस हार के बावजूद ऑल्बियन के पास अभी भी लगातार तीसरे सीजन में टॉप-10 में अपनी जगह बनाने का मौका है। टीम के खिलाड़ियों ने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया और अंत तक हार नहीं मानी।
दूसरी ओर, चेल्सी के लिए यह एक महत्वपूर्ण जीत साबित हुई। पाल्मर और नकुंकु के गोल ने टीम को तीन अंक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, जेम्स का लाल कार्ड उनके लिए एक झटका रहा।
मैच में वीएआर का अहम रोल
इस मैच में वीएआर का अहम रोल देखने को मिला। रेफरी सैलिसबरी ने दो बार वीएआर की मदद ली और अपने फैसले बदले।
पहला मौका तब आया जब ऑल्बियन के डिफेंडर ने चेल्सी के स्ट्राइकर को बॉक्स के अंदर गिरा दिया। रेफरी ने पेनल्टी का फैसला सुनाया, लेकिन वीएआर ने उन्हें वीडियो देखने के लिए कहा। रिप्ले देखने के बाद सैलिसबरी ने अपना फैसला बदलते हुए पेनल्टी रद्द कर दी।
दूसरा अहम मौका आया जब चेल्सी के रीस जेम्स ने ऑल्बियन के खिलाड़ी पर पीछे से टैकल किया। शुरू में रेफरी ने उन्हें पीला कार्ड दिखाया, लेकिन वीएआर की सलाह पर वह वीडियो देखने गए। रिप्ले में फाउल की गंभीरता देखने के बाद उन्होंने जेम्स को लाल कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर कर दिया।
वेलबेक का शानदार प्रदर्शन
मैच में ऑल्बियन के स्ट्राइकर डैनी वेलबेक का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। उन्होंने पूरे मैच में चेल्सी डिफेंस को परेशान किया और कई मौके भी बनाए।
हालांकि, उनका गोल 90वें मिनट के बाद आया जब उन्होंने गोलकीपर को छकाते हुए गेंद को नेट में डाल दिया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और टीम हार से नहीं बच पाई।
फिर भी, वेलबेक के प्रदर्शन से ऑल्बियन के प्रशंसक निराश नहीं होंगे। वह लगातार अच्छा खेल रहे हैं और टीम के लिए एक मजबूत विकल्प साबित हो रहे हैं।
चेल्सी को मिली कड़ी चुनौती
इस जीत के साथ चेल्सी ने अंक तालिका में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, लेकिन उन्हें इस मैच में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। खासकर, जब उनके स्टार डिफेंडर जेम्स लाल कार्ड की वजह से बाहर हो गए।
इसके बावजूद, उनके खिलाड़ियों ने दमदार खेल दिखाया। पाल्मर और नकुंकु के गोल और गोलकीपर के शानदार सेव ने उन्हें जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
हालांकि, आने वाले मैचों में उन्हें और बेहतर प्रदर्शन करना होगा। खासकर तब जब उनके सामने मैनचेस्टर सिटी और लिवरपूल जैसी मजबूत टीमें होंगी।
ऑल्बियन के लिए सकारात्मक पहलू
चेल्सी के खिलाफ मिली इस हार के बावजूद ऑल्बियन के प्रदर्शन में कई सकारात्मक पहलू रहे। सबसे पहले तो उनके खिलाड़ियों का जुझारूपन और लगन। आखिरी मिनट तक उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार आक्रमण करते रहे।
दूसरा, उनके गोलकीपर का शानदार प्रदर्शन। चेल्सी के कई जोरदार शॉट्स को उन्होंने अपने शानदार सेव से रोका और टीम को मैच में बनाए रखा।
आखिर में, वेलबेक का गोल भी एक उम्मीद की किरण है। वह पिछले कुछ मैचों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और आने वाले समय में टीम के लिए एक मजबूत विकल्प साबित हो सकते हैं।
कुल मिलाकर, ऑल्बियन के प्रशंसकों को निराश होने की जरूरत नहीं है। टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया और कई सकारात्मक पहलू सामने आए। आने वाले मैचों में वे इन पहलुओं पर ध्यान देकर और बेहतर नतीजे हासिल कर सकते हैं।
Shruti Singh
मई 16, 2024 AT 04:05ये मैच देखकर दिल भर गया! ऑल्बियन ने तो पूरा दिल लगाकर खेला, वेलबेक का गोल तो दिल को छू गया। ये टीम हारी नहीं, बस जीत नहीं पाई। अगला मैच बिल्कुल जीतेंगे, मैं विश्वास रखती हूँ।
हार के बाद भी इतनी जुनून से खेलना ही असली जीत है।
Kunal Sharma
मई 17, 2024 AT 16:52चेल्सी की जीत तो बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं, लेकिन ये बात तो है कि वो दो गोल कैसे बनाए? एक तो पाल्मर का गोल बिल्कुल फ्लैट था, दूसरा नकुंकु का तो ऑल्बियन के डिफेंस की अनदेखी का नतीजा। वीएआर ने पेनल्टी रद्द की तो बढ़िया, लेकिन जेम्स का लाल कार्ड तो बिल्कुल नियमों के खिलाफ था। उसका टैकल तो फुटबॉल का नहीं, बल्कि एक्शन फिल्म का दृश्य था।
और वेलबेक का गोल? वो तो एक शानदार फिल्मी मोमेंट था, लेकिन जब आपके बाकी सभी खिलाड़ी बाहर के बारे में सोच रहे हों, तो एक गोल से क्या होगा? ये टीम तो टॉप-10 में रहने के बजाय टॉप-15 में भी नहीं रह पाएगी।
Raksha Kalwar
मई 19, 2024 AT 11:55ऑल्बियन के खिलाड़ियों का मैच में दिखाया गया जुनून और लगन अद्भुत थी। वेलबेक का गोल न केवल एक गोल था, बल्कि एक संदेश था कि टीम हारने के बावजूद लड़ना बंद नहीं करती।
गोलकीपर का प्रदर्शन भी शानदार रहा - चेल्सी के कई शॉट्स को रोककर उन्होंने टीम को मैच में बनाए रखा।
वीएआर के फैसले सही थे, और रेफरी ने दोनों बार सही निर्णय लिया।
चेल्सी की जीत तो लगी, लेकिन असली जीत ऑल्बियन की लड़ाई में छिपी हुई थी।
इस टीम के लिए अगले मैच में एक अच्छा नतीजा जरूर आएगा।
himanshu shaw
मई 20, 2024 AT 08:06ये सब बकवास है। चेल्सी ने बस अपने नाम के बदले एक बड़ी टीम होने का दावा किया है। पाल्मर का गोल? बहुत आसान था। नकुंकु का गोल? ऑल्बियन के डिफेंस ने नींद में खेला था।
वीएआर ने पेनल्टी रद्द की - ठीक है, लेकिन क्या आपको लगता है कि ये न्याय था? ये तो एक बड़ी अनियमितता है।
जेम्स को लाल कार्ड देना भी बहुत बड़ी गलती थी - उसका टैकल तो फुटबॉल के नियमों में शामिल है।
और वेलबेक का गोल? बस एक बेकार का अंतिम झटका। ऑल्बियन का ये सब नाटक तो बस एक बड़ा नाटक है, जिसे लोग नाटकीय रूप से बढ़ा रहे हैं।
इस टीम का कोई भविष्य नहीं।
Rashmi Primlani
मई 21, 2024 AT 04:20मैच के बाद जो भी टीम अपने खिलाड़ियों को समर्थन देती है, वही वास्तविक जीतती है। ऑल्बियन के खिलाड़ियों ने अपने दिल से खेला, और इसी भावना के कारण वे आगे बढ़ेंगे।
वेलबेक का गोल न केवल एक गोल था, बल्कि एक विश्वास का प्रतीक था - विश्वास कि आखिरी पल तक लड़ना जरूरी है।
गोलकीपर का प्रदर्शन भी एक निदर्शन था कि एक अच्छा गोलकीपर कैसे टीम को बचा सकता है।
वीएआर के फैसले सही थे, और रेफरी ने अपनी जिम्मेदारी निभाई।
चेल्सी की जीत तो लगी, लेकिन इस मैच की असली जीत ऑल्बियन के खिलाड़ियों के दिलों में है।
हमें यही देखना चाहिए - न कि सिर्फ स्कोर।
आगे के मैचों में यही भावना उन्हें टॉप-10 में ले जाएगी।
harsh raj
मई 22, 2024 AT 19:28ये मैच देखकर लगा जैसे फुटबॉल का असली आत्मा दिख रहा है। ऑल्बियन ने जो लड़ाई लड़ी, वो किसी फिल्म की तरह थी।
वेलबेक का गोल तो मेरे दिल को छू गया - उसने न केवल गेंद को नेट में डाला, बल्कि उम्मीद को भी जिंदा रखा।
गोलकीपर का शानदार प्रदर्शन और टीम का अंत तक लड़ना - ये सब दिखाता है कि ये टीम कितनी मजबूत है।
चेल्सी की जीत तो बहुत अच्छी लगी, लेकिन असली जीत तो ऑल्बियन की लगन में छिपी है।
ये मैच मुझे याद दिलाता है कि फुटबॉल सिर्फ गोल नहीं, बल्कि जुनून है।
हमें इस टीम को समर्थन देना चाहिए - वो बस एक गोल की दूरी पर थे।
Prakash chandra Damor
मई 23, 2024 AT 03:32वेलबेक का गोल बहुत अच्छा था लेकिन टाइम बहुत कम था और चेल्सी का डिफेंस बहुत अच्छा था और जेम्स का लाल कार्ड ठीक था या नहीं वीएआर ने पेनल्टी रद्द कर दी लेकिन वो फाउल था या नहीं और नकुंकु का गोल कैसे बना
क्या ऑल्बियन के डिफेंस ने भूल की या बस चेल्सी बहुत अच्छा खेल रहा था
Rohit verma
मई 24, 2024 AT 01:31मैच देखकर बहुत अच्छा लगा। ऑल्बियन ने तो बिल्कुल दिल से खेला, वेलबेक का गोल तो दिल को छू गया।
हार तो हुई, लेकिन ये टीम जीत रही है - जीत रही है उनके जुनून और लगन से।
गोलकीपर का प्रदर्शन भी शानदार था, और वीएआर के फैसले बिल्कुल सही थे।
चेल्सी की जीत तो लगी, लेकिन असली जीत तो ऑल्बियन के खिलाड़ियों के चेहरे पर थी।
अगला मैच बिल्कुल जीतेंगे, मैं विश्वास रखता हूँ।
हम सब इस टीम के साथ हैं।
Arya Murthi
मई 25, 2024 AT 12:56ये मैच देखकर लगा जैसे फुटबॉल का असली जादू बरकरार है।
ऑल्बियन के खिलाड़ियों ने बिल्कुल बिना डर के खेला, और वेलबेक का गोल तो एक फिल्मी मोमेंट था।
चेल्सी ने जीत ली, लेकिन ऑल्बियन ने दिल जीत लिया।
गोलकीपर का प्रदर्शन? बिल्कुल अद्भुत।
वीएआर के फैसले भी बिल्कुल सही।
ये टीम अभी भी बहुत बढ़ रही है।
अगले मैच में बिल्कुल जीतेंगे।
मैं इस टीम का फैन बन गया।
Manu Metan Lian
मई 25, 2024 AT 21:28यह मैच एक विफलता का उदाहरण है जो विद्वानों के लिए अध्ययन का विषय बन सकता है। ऑल्बियन के खिलाड़ियों ने अपनी रणनीति में गहरी कमी दिखाई, जिसके कारण वे दो गोल खाने के बाद भी अपने अंतिम प्रयास में असफल रहे।
वेलबेक का गोल एक तकनीकी रूप से उत्कृष्ट प्रयास था, लेकिन उसकी अपेक्षित गति और समयबद्धता नहीं थी - यह एक अनुशासित टीम के लिए अस्वीकार्य है।
वीएआर के फैसले न्यायपालिका के स्तर पर उचित थे, लेकिन यह दर्शाता है कि फुटबॉल के नियमों को लागू करने में अभी भी असंगति है।
चेल्सी की जीत तो बहुत आम बात है, लेकिन ऑल्बियन के खिलाड़ियों का व्यवहार एक असंगठित टीम का लक्षण है।
उनका टॉप-10 में रहने का दावा एक विचलित विचार है।
उन्हें अपनी बुनियादी रणनीति को पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए।