मोहम्मद कैफ की रणनीतिक सोच: न्यूज़ीलैंड के खिलाफ क्यों चाहिए वाशिंगटन सुंदर?
टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूज़ीलैंड से टक्कर होने से पहले बड़ा बयान दिया है। कैफ ने साफ तौर पर कहा कि भारत को अपनी प्लेइंग इलेवन में वाशिंगटन सुंदर को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके पीछे उनका लॉजिक काफी दमदार नजर आता है। न्यूज़ीलैंड की मौजूदा बल्लेबाजी लाइन-अप में एक साथ कई बाएं हाथ के बल्लेबाज शामिल हैं—डेवोन कॉनवे, रचिन रवींद्र, टॉम लैथम, माइकल ब्रेसवेल और मिचेल सैंटनर। ऐसे में सुंदर की ऑफ स्पिन इन सबके लिए खासी मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
कैफ ने बताया कि जब एक टीम के पास एक जैसा बल्लेबाजी क्रम होता है, तो उनके खिलाफ गेंदबाजी रणनीति भी उसी हिसाब से होनी चाहिए। वाशिंगटन सुंदर बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ गेंद को पैड के बाहर टर्न करा सकते हैं, जिससे शॉट खेलना जोखिम भरा हो जाता है। सुंदर अपनी किफायती गेंदबाजी के साथ-साथ उपयोगी बल्लेबाज भी हैं, जो निचले क्रम में तेजी से रन जुटा सकते हैं।
टीम में विविधता और संभावित फाइनल की तैयारी
अब तक भारत ने अपने पहले दो ग्रुप स्टेज मुकाबलों में सुंदर को बैंच पर ही बैठाया है। भारतीय स्पिन विभाग में रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव पर भरोसा रखा गया, जिनमें सभी बाएं हाथ के स्पिनर हैं (कुलदीप कलाई के गेंदबाज हैं, लेकिन ओवरऑल 'लेफ्ट आर्म' विकल्प बढ़ा है)। मोहम्मद कैफ का तर्क है कि अगर टी20-टाइप के मुकाबले में विरोधी टीम के सीमित बल्लेबाज एक ही तरह के बोलिंग के अभ्यस्त हो जाएं, तो उन्हें तोड़ने के लिए नए एंगल की जरूरत पड़ती है। सुंदर ऐसे मौके पर वैरायटी और सरप्राइज देंगे।
यह मुकाबला इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि दोनों ही टीमें पहले ही सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं और ग्रुप टॉपर कौन बनेगा, इसका फैसला इसी मैच में होगा। ऐसे में टीम इंडिया के कोच और कप्तान के पास परखने का सुनहरा मौका है कि सुंदर जैसे विकल्प दबाव में कितना असरदार साबित हो सकते हैं। अगर लीग स्टेज के बाद फिर से भारत-न्यूज़ीलैंड आमने-सामने होते हैं, तो सुंदर का अनुभव गेमचेंजर साबित हो सकता है।
क्रिकेट के जानकार मानते हैं कि बड़ा टूर्नामेंट जीतने के लिए टेस्टेड प्लेइंग इलेवन के साथ-साथ हर खिलाड़ी की भूमिका वक्त रहते परखना जरूरी है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वाशिंगटन सुंदर को मौका देकर न सिर्फ रणनीति की विविधता लाई जा सकती है बल्कि विपक्ष के बैटर्स को भी सेट होने से रोका जा सकता है। ऐसे में मोहम्मद कैफ की सलाह सिर्फ मैच की रणनीति तक सीमित नहीं, यह आगे की बड़ी सोच भी है।