इंग्लैंड की गेंदबाजी पर जोस बटलर का फोकस
इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के कप्तान जोस बटलर ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद अपनी टीम की गेंदबाजी यूनिट को सख्त संदेश भेजा है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि गेंदबाजों को अपनी रणनीति में बदलाव लाना होगा और सीमाओं को रोकना होगा, जो कि उनके लिए चिंता का विषय बन गया है।
इंग्लैंड ने इस मुकाबले में 351/8 का एक सुरक्षित स्कोर खड़ा किया, लेकिन गेंदबाज रन रोकने में कामयाब नहीं हो पाए। तेज गेंदबाजों में मार्क वुड, जोफ्रा आर्चर और ब्राइडन कार्स को खासतौर पर निशाना बनाया गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मुकाबले में इंग्लिश गेंदबाजों की कमजोरी सामने आई जब ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बल्लेबाजी लंबाई के साथ कुल स्कोर का पीछा किया।
ओवर में बढ़त बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज जोश इंगलिस ने 77 गेंदों में नाबाद शतक बनाकर इंग्लैंड के सभी होश उड़ा दिए, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया ने खेल को अपने हक में कर लिया। इंगलिस के साथ, एलेक्स केरी ने भी अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने पांचवें विकेट के लिए 146 रन जोड़े। ये साझेदारी इंग्लैंड की उम्मीदों को बुरी तरह पस्त कर गई।
बटलर ने मैच के बाद यह माना कि इंग्लैंड की टीम को अपनी गेंदबाजी विशेष रूप से तेज गेंदबाजी आक्रमण में सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने इंगलिस की पारी की तारीफ करते हुए कहा कि उसकी बल्लेबाजी ने बहुत बड़ा बदलाव लाया। जो रूट और लियाम लिविंगस्टोन की पार्ट-टाइम गेंदबाजी ने कुछ दबाव बनाए रखा, लेकिन ये नाकाफी रहा।
बटलर का मानना है कि अगर टीम को आगामी मैचों में सफलता पानी है तो गेंदबाजों को अधिक अनुशासित होकर और स्मार्ट रणनीति के साथ खेलना होगा। इंग्लैंड टीम की अगली चुनौती अफगानिस्तान के खिलाफ होगी, और टीम को अपनी हार से सीख लेकर मैदान पर उतरना होगा।
Shruti Singh
मार्च 7, 2025 AT 21:40ये गेंदबाजी बिल्कुल बेकार थी। लेकिन हार के बाद भी बटलर ने सही दिशा दिखाई। अगला मैच हम जीतेंगे, बस थोड़ा और जुनून चाहिए।
Kunal Sharma
मार्च 9, 2025 AT 17:31अरे भई, ये सब गेंदबाजी की बात करना बंद करो। इंग्लैंड की टीम तो बल्लेबाजी में भी अपनी जगह नहीं बना पा रही। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 350 बनाना तो बहुत आसान था, लेकिन जब तुम्हारे गेंदबाज लगातार सीमाओं पर चले जाते हैं, तो बल्लेबाज तो बस लात मार रहे होते हैं। ये जोश इंगलिस ने जो शतक बनाया, वो बस एक निशान था कि इंग्लैंड की गेंदबाजी का सिस्टम ही खराब है। और ये लियाम लिविंगस्टोन की पार्ट-टाइम गेंदबाजी? ये तो बच्चों का खेल है।
Raksha Kalwar
मार्च 11, 2025 AT 10:01जोस बटलर का बयान बहुत जरूरी था। गेंदबाजी में अनुशासन और स्मार्ट प्लेसमेंट की जरूरत है। तेज गेंदबाजों को बस तेज फेंकना नहीं, बल्कि लाइन और लेंथ पर नियंत्रण रखना होगा। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ने बहुत अच्छा खेला, लेकिन इंग्लैंड की गेंदबाजी ने उन्हें आसानी से खेलने दे दिया। अफगानिस्तान के खिलाफ ये गलती दोहराने का कोई मतलब नहीं।
himanshu shaw
मार्च 12, 2025 AT 05:01ये सब बटलर का नाटक है। वो खुद बल्लेबाजी में असफल रहे, लेकिन गेंदबाजों पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। आपकी टीम में कोई नेतृत्व नहीं है। वुड और आर्चर तो इंग्लैंड के सबसे अच्छे गेंदबाज हैं, लेकिन जब आपका कप्तान खुद बल्ला घुमा रहा हो और टीम को अपनी तरफ खींच नहीं पा रहा हो, तो गेंदबाजों को क्या उम्मीद है? ये सब एक बड़ी साजिश है - टीम को बर्बाद करने के लिए एक नियोजित योजना।
Rashmi Primlani
मार्च 13, 2025 AT 18:30क्रिकेट एक टीम खेल है और जब एक हिस्सा असफल होता है तो सभी को एक साथ सुधारना पड़ता है। बटलर की आलोचना निर्माणात्मक है। इंग्लैंड के गेंदबाजों को बस एक बात समझनी होगी - रन रोकना तभी संभव है जब आप बल्लेबाज के सोचने का रास्ता बंद कर दें। लंबी लाइनें, स्लो ओवर रेट, और बाहर की ओर बाउंड्री को बंद करना। अफगानिस्तान के खिलाफ ये सब लागू होगा अगर टीम सीखे।
harsh raj
मार्च 14, 2025 AT 14:08मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ कि इंग्लैंड को अभी भी एक बड़ा मौका मिला है। जोश इंगलिस की पारी तो बहुत शानदार थी, लेकिन इंग्लैंड की टीम के अंदर अभी भी एक जान है। बटलर ने सही बात कही - अनुशासन और स्मार्ट गेंदबाजी। अगर वुड अपनी तेजी को नियंत्रित कर ले, आर्चर अपनी रोटेशन ठीक कर ले, और बाकी लोग थोड़ा भी दबाव बनाएं, तो अफगानिस्तान के खिलाफ ये मैच बदल सकता है। हार से सीखना ही सच्ची जीत है।
Prakash chandra Damor
मार्च 15, 2025 AT 17:13बटलर ने क्या कहा था और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज कितने रन बना रहे थे और गेंदबाज क्यों नहीं रोक पाए और अफगानिस्तान के खिलाफ क्या करना है