भारत महिला क्रिकेट ने इंग्लैंड में पहली T20I श्रृंखला जीती - इतिहास रचा

भारत महिला क्रिकेट ने इंग्लैंड में पहली T20I श्रृंखला जीती - इतिहास रचा

इतिहास का पन्ना: T20I श्रृंखला का सार

जुलाई 2025 में भारत की महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड की पिचों पर कुछ नया कर दिखाया। पाँच‑मैच की T20I श्रृंखला के चौथे खेल में, मैन्चेस्टर के ऑलड ट्रॉफो मैदान में 6 विकेट से लक्ष्य हासिल कर, टीम ने 3‑2 की जीत के साथ अपना पहला इंग्लैंड‑विदेशी T20I सीरीज जीत लेरा। यह जीत सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि भारत महिला क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर है।

पहले दो मैचों में भारत ने निरंतर दबाव बनाए रखा। पहला खेल स्मृतिMandhana ने अपना पहला T20I शतक बनाते हुए 97‑रन की बड़ी जीत दिलाई। दूसरा मैच में अमंजोत कौर और जेमीमा रोड्रिग्ज ने क्रमशः 63 रन बनाए, जिससे भारत ने 24 रनों से जीत हासिल कर ली। तीसरा मैच इंग्लैंड ने 5 रनों से जीतकर मैच को टाइट बना दिया, लेकिन भारत ने चौथे खेल में ठोस प्रदर्शन कर सीरीज को तय कर लिया।

पाँचवें और अंतिम मैच में इंग्लैंड ने आखिरी गेंद पर 5 विकेट से जीत दर्ज कर अपनी लहू-फुंडे बचा ली, लेकिन सीरीज का परिणाम पहले ही तय था। इस दौरे में स्पिनर ने लगातार गिरते बॉल को घुमाते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को झंझट में डाल दिया, जिससे भारत का दबाव बना रहा।

ODI सीरीज की झलक और कुल मिलाकर प्रभाव

ODI सीरीज की झलक और कुल मिलाकर प्रभाव

ट20I के साथ साथ, भारत ने तीन‑मैच की ODI सीरीज भी खेली, जो 2‑1 से भारतीय टीम के पक्ष में समाप्त हुयी। पहले ODI में दीप्‍ति शर्मा ने unbeaten 62 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। दूसरी मैच में बारिश के कारण खेल को छोटा कर दिया गया, इंग्लैंड ने 8 विकेट से जीत बना ली। लेकिन तिहरे में, कप्तान हार्मनप्रीत कौर ने अपना सातवां ODI शतक (102) बनाते हुए टीम को 13 रनों से जीताया। इस जीत में कृष्णा गौड ने अपनी पहली ODI पाँच‑विकेट (6/52) लेकर बड़ा योगदान दिया।

सम्पूर्ण टूर का सबसे बड़ा अर्थ यह है कि भारत महिला क्रिकेट अब विश्व स्तर पर केवल प्रतियोगी नहीं, बल्कि जीत की नई ऊँचाइयाँ छू रही है। इंग्लैंड की तेज़ पिचों और अनुकूल मौसम ने भारतीय खिलाड़ियों को कई बार चुनौती दी, फिर भी उन्होंने अपने खेल की गहराई और रणनीति से सबको चकित किया। इस सफलता से आने वाले वर्षों में युवा प्रतिभाओं को प्रेरणा मिलेगी और इसे भविष्य में और अधिक जीतों की राह पर ले जाएगा।

10 Comments

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    Raksha Kalwar

    सितंबर 26, 2025 AT 12:14
    इस जीत ने तो हर भारतीय महिला के दिल में आग लगा दी है। जब तक हम अपनी खेल की भाषा बदलते रहेंगे, दुनिया हमें नज़रअंदाज़ नहीं कर पाएगी। इस टीम का हर खिलाड़ी एक असली नायक है।
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    himanshu shaw

    सितंबर 28, 2025 AT 05:55
    यह सब बस एक श्रृंखला की जीत है। विश्व कप में क्या हुआ? ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ लगातार हार का रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है। यह जीत बस एक धुंधली उम्मीद है।
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    Rashmi Primlani

    सितंबर 29, 2025 AT 10:25
    इस टीम ने न केवल एक श्रृंखला जीती बल्कि एक नए नैतिक मानक की नींव रखी है। आंतरिक रूप से जुड़े खिलाड़ियों का यह सामूहिक आत्मविश्वास दुनिया के लिए एक नया आदर्श है। यह जीत बस रन और विकेट की बात नहीं, यह एक सामाजिक विप्लव है।
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    harsh raj

    सितंबर 30, 2025 AT 08:14
    मैन्चेस्टर का वो मैच देखा? जब स्मृति ने वो लॉन्ग ऑफ शॉट मारा था और स्टेडियम चीख उठा? वो पल तो ऐसा था जैसे सारी निराशाएं एक बार में उड़ गईं। ये टीम सिर्फ जीत नहीं रही, ये बदल रही है।
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    Prakash chandra Damor

    अक्तूबर 1, 2025 AT 16:47
    क्या इंग्लैंड की टीम ने जानबूझकर हार दी थी क्योंकि उनके पास अन्य टूर्नामेंट के लिए तैयारी थी
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    Rohit verma

    अक्तूबर 2, 2025 AT 21:04
    इतनी सफलता के बाद अब हर बच्ची को लगना चाहिए कि वो भी एक दिन इस टीम का हिस्सा बन सकती है। ये जीत हमारी आत्मा को छू गई। जय हिन्द 🇮🇳
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    Arya Murthi

    अक्तूबर 4, 2025 AT 18:16
    अरे भाई ये टीम तो बस इतना ही नहीं करेगी। अगले साल ऑस्ट्रेलिया जाएगी तो वहां भी एक ऐसा जादू चलेगा जिसे देखकर दुनिया हैरान रह जाएगी। इंतज़ार करो।
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    Manu Metan Lian

    अक्तूबर 5, 2025 AT 07:15
    यह जीत बहुत बड़ी लगती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि टीम के अंदर अभी भी तकनीकी कमियां हैं। बल्लेबाजी की गति और गेंदबाजी की स्थिरता अभी भी विश्व स्तरीय नहीं है। यह जीत एक अस्थायी चमक है।
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    Debakanta Singha

    अक्तूबर 5, 2025 AT 17:29
    इंग्लैंड के खिलाफ जीत बहुत अच्छी है, लेकिन असली परीक्षा तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगी। वहां की पिचें अलग होती हैं। इस टीम को अभी भी काफी काम करना है।
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    swetha priyadarshni

    अक्तूबर 6, 2025 AT 22:57
    इस टूर के बाद मैंने अपने छोटे भाई को टीम के बारे में बताया और उसने पहली बार क्रिकेट के बारे में बात की। ये जीत न सिर्फ खेल की है बल्कि एक सांस्कृतिक जागृति है। हर गांव की लड़की अब जानती है कि वो भी एक दिन इंग्लैंड की पिच पर खेल सकती है। यह बदलाव असली बदलाव है जो सिर्फ रनों और विकेटों से नहीं बल्कि दिलों से हो रहा है। इस टीम ने न केवल जीत दिखाई बल्कि एक नई पीढ़ी के लिए एक नया सपना दिखाया है। जब तक हम इन लड़कियों को उनके खेल के लिए नहीं खड़े होंगे, तब तक हम अपने देश के लिए कुछ भी नहीं कर पाएंगे। इस जीत को बस एक मैच नहीं मानना चाहिए, इसे एक आंदोलन के रूप में देखना चाहिए।

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