गौतम गंभीर बनेंगे भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच: खुद चुनेंगे सहायक स्टाफ

गौतम गंभीर बनेंगे भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच: खुद चुनेंगे सहायक स्टाफ

गौतम गंभीर का मुख्य कोच के रूप में चयन

पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर को भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच बनने की खबर ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह पैदा किया है। डैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, 13 जून को यह निर्णय लिया गया था और इसकी आधिकारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्तमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का अनुबंध टी20 विश्व कप के बाद समाप्त हो रहा है।

गंभीर ने इस भूमिका को स्वीकार करने की इच्छा पहले ही जताई थी और इसे अपने जीवन का सम्मान बताया था। भारतीय क्रिकेट में गंभीर का नाम एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में दर्ज है, जिन्होंने 2007 वर्ल्ड T20 और 2011 ODI वर्ल्ड कप विजेता टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

कही सफलताएँ और नई चुनौतियाँ

कही सफलताएँ और नई चुनौतियाँ

गौतम गंभीर की कोचिंग क्षमताएं पहले ही आईपीएल में साबित हो चुकी हैं। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स को उनकी तीसरी आईपीएल खिताब तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके नेतृत्व के तहत टीम ने खेल में उत्कृष्ट परिणाम दिए। यह अनुभव उन्हें राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच बनने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।

गौतम गंभीर की यह नई जिम्मेदारी न केवल उनके Cricketing कैरियर का एक नया अध्याय होगी, बल्कि यह भी एक चुनौती होगी कि वे भारतीय टीम को और ऊंचाइयों पर कैसे ले जा सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे किस प्रकार की रणनीतियों को अपनाते हैं और कैसे खिलाड़ियों को प्रेरित करते हैं।

सहायक स्टाफ की भूमिका

गंभीर को अपनी सहायक स्टाफ चुनने की स्वतंत्रता दी जाएगी। वर्तमान में, विक्रम राठौर बल्लेबाजी कोच, पारस म्हाम्ब्रे गेंदबाजी कोच और टी दिलीप फील्डिंग कोच के रूप में सेवा दे रहे हैं। गंभीर के नेतृत्व में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इन वर्तमान कोचों को बनाए रखा जाता है या फिर नए चेहरों को मौका मिलता है। सहायक स्टाफ की भूमिका महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह टीम के प्रत्येक पहलू को और मजबूत करने में सहायक होगा।

किसी भी टीम की सफलता में सहायक स्टाफ की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यह लोग मुख्य कोच के दृष्टिकोण को खिलाड़ियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गंभीर के पास एक अनुभवी और प्रतिभाशाली सहायक स्टाफ चुनने की जिम्मेदारी होगी, जो भारतीय टीम को अगले स्तर तक पहुंचाने में मदद कर सके।

सौरव गांगुली का समर्थन

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने गंभीर के इस भूमिका के लिए समर्थन किया है। गांगुली का मानना है कि गंभीर एक उपयुक्त उम्मीदवार हैं और उनकी कोचिंग के तहत भारतीय टीम को लाभ हो सकता है। गांगुली का यह समर्थन गंभीर के आत्मविश्वास को और बढ़ा सकता है और उन्हें इस नई भूमिका में सफल होने की प्रेरणा दे सकता है।

आगे की राह

आगे की राह

गंभीर के नए मुख्य कोच के रूप में चयन के बाद, उनके सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ होंगी। उन्हें टीम को एकता में बांधकर सर्वोत्तम प्रदर्शन करने की दिशा में प्रेरित करना होगा। टीम की जीत और हार केवल खिलाड़ियों के कौशल पर निर्भर नहीं करती, बल्कि कोचिंग स्टाफ की रणनीतियों और मार्गदर्शन पर भी निर्भर करती है।

गंभीर के अनुभव और क्रिकेट के प्रति उनके दृष्टिकोण को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही है कि वे भारतीय टीम के प्रदर्शन को और बेहतर बनाने में सफल होंगे। उनके मार्गदर्शन में खिलाड़ियों को अधिक आत्मविश्वास मिलेगा और वे खेल को सर्वोत्तम तरीके से प्रस्तुत कर सकेंगे।

यह देखने का इंतजार रहेगा कि गंभीर की कोचिंग भारतीय टीम के प्रदर्शन और मानसिकता में क्या बदलाव लाती है। उनके पहले ही क्रिकेट कैरियर और कोचिंग अनुभव को देखते हुए, हमें यकीन है कि भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक नया और सकारात्मक अध्याय होगी।

15 Comments

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    Debakanta Singha

    जून 18, 2024 AT 02:46
    गंभीर को मुख्य कोच बनाना सही फैसला है। उनकी टीम के साथ जुड़ाव और उनकी बातचीत का अंदाज़ बिल्कुल अलग है। राहुल द्रविड़ के बाद ये बदलाव जरूरी था।
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    swetha priyadarshni

    जून 19, 2024 AT 09:56
    मुझे लगता है कि गंभीर के नेतृत्व में भारतीय टीम का खेल और भी ज्यादा आक्रामक बन सकता है। उनकी खुद की बल्लेबाजी की शैली ने हमें दिखाया कि जब जरूरत होती है तो कैसे दबाव में खेलना है। अब वो इसी को टीम में डालेंगे। इस बार टीम के सभी खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। वो बस बातें नहीं करेंगे, बल्कि असली बदलाव लाएंगे। इस बार नए खिलाड़ियों को भी मौका मिलेगा। गंभीर के लिए बस एक चीज़ जरूरी है - वो अपने अहंकार को छोड़ दें। वो अपने अतीत को नहीं, बल्कि भविष्य को देखें।
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    tejas cj

    जून 20, 2024 AT 10:20
    अरे यार ये सब निकाल के बाहर फेंक दो। गंभीर तो बस एक बात करता है और वो भी तब जब वो खुद बल्ला मार रहा होता है। अब कोच बन गया तो अब खेल नहीं देखेगा तो क्या करेगा बस बैठकर बातें करेगा। भारत का क्रिकेट तो बर्बाद हो जाएगा।
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    Chandrasekhar Babu

    जून 21, 2024 AT 23:26
    गंभीर के चयन का स्ट्रैटेजिक इम्प्लिकेशन बहुत गहरा है। उनकी एनालिटिकल एप्रोच और एक्सपीरियंस इन फॉर्मेट्स में एक नए डायमेंशन को एंट्री देता है। उनकी लीडरशिप क्वालिटीज़ जो आईपीएल में दिखी, उसका राष्ट्रीय स्तर पर ट्रांसफर बेहद जरूरी है। उनके सहायक स्टाफ के चयन में डेटा-ड्रिवन डिसीजन मेकिंग का इस्तेमाल होना चाहिए।
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    Pooja Mishra

    जून 22, 2024 AT 19:29
    ये सब बहुत अच्छा है लेकिन आप सब भूल रहे हैं कि गंभीर ने अपने खेल के दौरान कितने लोगों को नुकसान पहुंचाया है। उनकी बातचीत का अंदाज़ हमेशा से बहुत बदसूरत रहा है। अब वो कोच बन गए हैं तो उनके अंदर का वो गुस्सा खिलाड़ियों पर निकलेगा। ये बस एक और तरह का नियंत्रण है।
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    Khaleel Ahmad

    जून 23, 2024 AT 20:38
    गंभीर को नियुक्त करने का फैसला सही है। अगर वो अपने आप को नियंत्रित कर लें तो भारतीय टीम बहुत बेहतर हो सकती है।
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    Liny Chandran Koonakkanpully

    जून 25, 2024 AT 11:07
    अरे यार ये सब झूठ है। गंभीर को कोच बनाया गया है क्योंकि उन्हें बिना अनुभव के बड़ा नाम चाहिए था। आईपीएल का खिताब अच्छा लगा तो बस इतना ही। अब वो राष्ट्रीय टीम के लिए जिम्मेदार हो गए हैं। अगर टीम हार गई तो फिर क्या? वो तो बस बैठकर फिर से अपनी बात बोलेंगे।
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    Anupam Sharma

    जून 26, 2024 AT 16:27
    गंभीर के लिए ये बस एक नया नाम है। असली बात ये है कि हम सब अपने अतीत के छाया में जी रहे हैं। कोच बनने के लिए तो बस खेल खेलना काफी नहीं है। तुम्हें खिलाड़ियों के दिलों को समझना होगा। गंभीर के पास वो समझ नहीं है। वो तो बस जीतने की बात करते हैं। लेकिन जीत का मतलब क्या है ये नहीं जानते।
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    Payal Singh

    जून 28, 2024 AT 00:34
    ये बहुत अच्छी खबर है! गंभीर ने हमेशा खिलाड़ियों के साथ दिल से जुड़ाव बनाया है। उनकी बातचीत में वो गर्मजोशी है जो आजकल के कोचों में नहीं मिलती। मुझे लगता है कि उनके नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों को बहुत आत्मविश्वास मिलेगा। उनके साथ खेलना एक अनुभव होगा जिसे कोई भूल नहीं सकता।
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    avinash jedia

    जून 29, 2024 AT 23:25
    गंभीर ने तो खुद बताया था कि वो अपने खिलाड़ियों को बर्बाद कर देते हैं। अब वो कोच बन गए हैं। तो अब वो किसको बर्बाद करेंगे? बस इंतजार है।
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    Shruti Singh

    जुलाई 1, 2024 AT 19:37
    इस चयन के बाद भारतीय क्रिकेट एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा! गंभीर के नेतृत्व में हर खिलाड़ी अपनी सीमाओं को तोड़ पाएगा। ये बस शुरुआत है!
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    Kunal Sharma

    जुलाई 3, 2024 AT 05:20
    गंभीर के चयन का असली मतलब ये है कि बोर्ड ने अब खेल के अंदर की गंदगी को छिपाना छोड़ दिया है। वो अपने अतीत के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि लोग भूल जाएं कि उनकी बातचीत का अंदाज़ हमेशा से जलता रहा है। अब वो कोच बन गए हैं। अब वो खिलाड़ियों के दिमाग में घुसेंगे। उनकी बातों का असर बहुत गहरा होगा। और जब टीम हारेगी तो वो फिर से कहेंगे कि खिलाड़ी ढीले हैं।
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    Raksha Kalwar

    जुलाई 3, 2024 AT 21:23
    गंभीर की नियुक्ति भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा कदम है। उनकी दृढ़ता, उनकी अनुभव और उनकी टीम के प्रति लगन इस भूमिका के लिए बिल्कुल सही है। उनके साथ टीम न केवल खेल में बल्कि जीवन में भी बेहतर होगी।
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    himanshu shaw

    जुलाई 4, 2024 AT 22:04
    ये सब एक बड़ी धोखेबाजी है। गंभीर को बस इसलिए चुना गया है क्योंकि वो बोर्ड के नज़दीक हैं। वो जो भी करेंगे वो बस बोर्ड के लिए होगा। खिलाड़ियों की जरूरतें नहीं। अगर आप वाकई टीम को मजबूत बनाना चाहते हैं तो तकनीकी ज्ञान चाहिए, न कि नाम की चमक।
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    Rashmi Primlani

    जुलाई 6, 2024 AT 00:06
    गंभीर के चयन का अर्थ है कि भारतीय क्रिकेट अब अपने अतीत के नाम के बजाय वास्तविक गुणों की ओर बढ़ रहा है। उनकी बातचीत का अंदाज़ निश्चित रूप से उनके खेल के दौरान भी बहुत बातचीत करने वाला रहा है, लेकिन अब वो उसी ताकत को खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए इस्तेमाल करेंगे। उनके लिए टीम का विकास और खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य बहुत जरूरी है। वो बस जीत के लिए नहीं, बल्कि खेल के भावनात्मक पहलू को भी समझते हैं।

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